आजादी के 70 सालों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो परिवर्तन देश में नहीं हो पाया, वह पहले अटल बिहारी वाजपेयी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हो रहा है
• आखिर बिलासपुर में एम्स के लिए हमें 60 सालों तक इंतजार क्यों करना पड़ा? यदि अटल बिहारी वाजपेयी और दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय जन-नेता नरेन्द्र मोदी नहीं होते तो दिल्ली से बाहर एम्स की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था।
• देश में 6 एम्स अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार के समय बना था जबकि नरेन्द्र मोदी के सेवाकाल में केवल 7 वर्षों में ही 15 एम्स बने हैं। ये बदलती हुई तस्वीर नहीं है तो और क्या है?
• 1960 में दिल्ली में एम्स बना, लगभग उसी साल चंडीगढ़ में पीजीआई स्थापित हुआ। हम सब एम्स और पीजीआई के दरवाजे खटखटाते रहते थे। किसी ने नहीं सोचा था कि हमारे प्रदेश में भी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान जैसा संस्थान होना चाहिए, किसने मना किया था लेकिन पहले की सरकारों के नीति निर्धारकों में नीयत ही नहीं थी।
बिलासपुर, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज एम्स, बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश) के प्रांगण में आयोजित हिमाचल प्रदेश के कोविड वैक्सीनेशन वॉरियर्स के सम्मान समारोह को संबोधित किया और उनके कृतित्व की दिल से सराहना की। कार्यक्रम को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया एवं केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल, राज्य की भाजपा सरकार के कई मंत्री और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। इससे पहले नड्डा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के साथ एम्स बिलासपुर के ओपीडी का निरीक्षण किया और वहां की सुविधाओं का जायजा भी लिया।
नड्डा ने कहा कि आज का दिन कई मायनों में ऐतिहासिक है। एम्स की ओपीडी की सुविधाओं का जायजा लिया और कोविड वैक्सीनेशन के दूसरे डोज को प्रोत्साहित करने केलिए हम आज प्रोत्साहन दिवस मना रहे हैं और कोविड वैक्सीनेशन वॉरियर्स का सम्मान कर रहे हैं।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पहले की सरकारों और नरेन्द्र मोदी सरकार के बीच अंतर स्पष्ट करते हुए कहा कि आखिर बिलासपुर में एम्स के लिए हमें 60 सालों तक इंतजार क्यों करना पड़ा? यदि अटल बिहारी वाजपेयी जी और दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय जन-नेता नरेन्द्र मोदी जी नहीं होते तो दिल्ली से बाहर एम्स की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था। 6 एम्स अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार के समय बना था जबकि नरेन्द्र मोदी के सेवाकाल में केवल 7 वर्षों में ही 15 एम्स बने हैं। ये बदलती हुई तस्वीर नहीं है तो और क्या है? आजादी के 70 सालों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो परिवर्तन देश में नहीं हो पाया, वह पहले अटल बिहारी वाजपेयी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हो रहा है। उन्होंने कहा कि 1960 में दिल्ली में एम्स बना, लगभग उसी साल चंडीगढ़ में पीजीआई स्थापित हुआ। हम सब एम्स और पीजीआई के दरवाजे खटखटाते रहते थे। किसी ने नहीं सोचा था कि हमारे प्रदेश में भी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान जैसा संस्थान होना चाहिए, किसने मना किया था लेकिन कांग्रेस की सरकारों के नीति निर्धारकों में नीयत ही नहीं थी।
नड्डा ने कहा कि 2017 में बिलासपुर में एम्स का शिलान्यास किया था हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने। कोरोना नहीं आया होता तो कब का इसका उद्घाटन हो चुका होता। कोरोना काल में भी इसका काम चलता रहा और अब इसका काम लगभग पूरा हो चुका है। ये हमारी सरकार की कार्यसंस्कृति बन चुकी है है कि हमारी सरकार के समय ही शिलान्यास होता है और उद्घाटन भी वरना हमने तो ऐसी कई परियोजनाएं देखी हैं कि 40-40 साल तक वह परियोजना लटकी रही।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सही नेता और सही नेतृत्व आने पर क्या फर्क पड़ता है, अब लोगों को पता चल रहा है। एक तरफ कोई काम नहीं और दूसरी तरफ आज एम्स बन रहे हैं! क्या पहले बिलासपुर को इतनी बड़ी सौगात मिली थी? क्या हिमाचल प्रदेश को इतना बड़ा प्रतिनिधित्व कभी मिला था – आज यह संभव हो पाया है तो यह केवल और केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व के कारण। हिमाचल प्रदेश की जनता ने क्या कभी सोचा भी था कि हिमाचल प्रदेश में पीजीआई का सैटेलाईट सेंटर भी बन सकता है लेकिन आज यह बन रहा है।
नड्डा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी देशवासियों को साथ लेते हुए कोरोना के खिलाफ जिस तरह से निर्णायक लड़ाई लड़ी और कोरोना को काबू किया, वह अपने आप में एक बहुत बड़ी बात है। यदि केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार नहीं होती तो आज क्या स्थिति होती, इसकी हम केवल कल्पना ही कर सकते हैं। हिमाचल प्रदेश में शत प्रतिशत फर्स्ट डोज का वैक्सीनेशन पहले ही हो चुका है और अब सेकंड डोज भी लगभग-लगभग पूरा हो रहा है। मैं इस कार्य के लिए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, उनकी सरकार और प्रदेश के सभी स्वास्थ्यकर्मियों को दिल से बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पहले बीमारियों का टीका देश में आने में वर्षों लग जाते थे। सारी दुनिया में टीकाकरण ख़त्म हो जाता था, तब कहीं जाकर यह अपने देश में शुरू हो पाता था। जब कोरोना का हमला हुआ तो समय न गंवाते हुए तुरंत प्रधानमंत्री जी ने वैक्सीन और वैक्सीन्शन को लेकर टास्क फ़ोर्स का गठन किया और 9 महीने के अंदर-अंदर देश में दो-दो मेड इन इंडिया वैक्सीन बन कर तैयार हुआ और रिकॉर्ड समय में इसका रोल-आउट भी हुआ। अब तक देश में 127 करोड़ वैक्सीन डोज एडमिनिस्टर हो चुके हैं और बहुत जल्द हम 150 करोड़ के आंकड़े को पार कर लेंगे। इतना ही नहीं, हम लगभग 50 देशों को वैक्सीन मैत्री के तहत वैक्सीन की सप्लाई भी कर रहे हैं। अंतर स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत अब लेने वाला नहीं रहा बल्कि देने वाला बना है।
नड्डा ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में जिस तरह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय काम कर रहा है और देश के सभी डॉक्टर्स, नर्स, स्वास्थ्यकर्मी दिन-रात एक करते हुए मानवता की सेवा में लगे हुए हैं, इसके लिए हमें उनका सम्मान करना चाहिए।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि चाहे शिक्षा का क्षेत्र हो, स्वास्थ्य हो, कनेक्टिविटी हो या ह्यूमन डेवलपमेंट का विषय – सभी क्षेत्रों में हिमाचल प्रदेश एक विकसित राज्य के रूप में आगे बढ़ रहा है। मैं इसके लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एवं उनकी पूरी सरकार को बधाई देता हूँ। आज सुबह-सुबह मैंने दिल्ली में ‘रन फॉर हिमाचल’ में भाग लिया। पहले हिमाचल प्रदेश में बिजली की भारी किल्लत रहती थी, आज थ्री फेज की बिजली मिल रही है। आज किसी गाँव में पैदल जाने की मजबूरी नहीं है क्योंकि हर गाँव तक पक्की सड़कें बन गई हैं। सालों से कोलडैम परियोजना लटकी पड़ी हुई थी, यह पूरी हुई तो नरेन्द्र मोदी सरकार में। इसी तरह जी के अथक प्रयासों से अटल बिहारी वाजपेयी के दिल पर अटल टनल के गड़े पत्थर का निर्माण कार्य भी पूरा हुआ है। इस टनल की आधारशिला अटल बिहारी वाजपेयी ने रखी थी लेकिन उसके बाद यूपीए सरकार के 10 वर्षों में इस पर कोई प्रगति नहीं हुई। अटल कहते थे कि इस टनल के आधारशिला का पत्थर, मेरे दिल पर गड़ा पत्थर है, इसका निर्माण कार्य होना चाहिए।
नड्डा ने कहा कि आदरणीय नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद न केवल हिमाचल प्रदेश, बल्कि समग्र राष्ट्र की तसवीर बदली है, तकदीर बदली है। मैं हिमाचल प्रदेश की जनता का आह्वान करते हुए कहना चाहता हूँ कि जो समाज अच्छे का साथ नहीं देता और गलत को घर नहीं बिठाता है, वह समाज जागृत नहीं होता। इसलिए आप एक जागृत समाज बनिए – आपके लिए, प्रदेश के लिए और देश के लिए काम करने वालों का साथ दीजिये और काम नहीं करने वालों को आराम करने दीजिये।