Thursday, March 28, 2024
Homeमंडीसबसे झूठे मंत्री है महेंद्र सिंह झूठे, सीएम की नहीं ऐसे लोगों...

सबसे झूठे मंत्री है महेंद्र सिंह झूठे, सीएम की नहीं ऐसे लोगों पर पकड़ : अनिल शर्मा

 
मंडी सदर मंडी के भाजपा विधायक अनिल शर्मा के अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावत के सुर और तीखे हो गए हैं। गुरुवार को प्रेस वार्ता में भाजपा सरकार की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाने के बाद उन्होंने अब जयराम सरकार के सबसे वरिष्ठ जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के खिलाफ गुस्सा उगला है। उन्होंने कहा कि महेंद्र सिंह झूठे आदमी हैं। उन्होंने पंडित सुखराम और प्रो. प्रेम कुमार धूमल को भी ठगा है। अब महेंद्र सिंह की भाषा बोलते हुए सांसद रामस्वरूप शर्मा सुखराम परिवार पर निशाना साध रहे हैं। पंडित सुखराम को राजनीतिक मौसम विज्ञानी कहते हुए परिवार के खिलाफ अनाप शनाप बयानबाजी की जा रही है। और कह रहे हैं कि अनिल शर्मा ने मंडी के बाईपास ब्रिज का विरोध किया, पंडित सुखराम ने बस अड्डे का विरोध किया, जो सरासर झूठ है। ऐसे झूठे व्यक्ति का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवाया जाए ताकि, सच्चाई लोगों के सामने आ सके। सच्चाई यह है कि मौसम विज्ञानी की तरह जलशक्ति मंत्री सीएम जयराम ठाकुर के साथ बैठे हैं, जो पांच पार्टियां बदलने के बाद भाजपा में पहुंचे हैं। कोई पार्टी ऐसी नहीं छोड़ी है, जहां वह गए नहीं। कुछ स्वार्थी लोग पार्टी में केवल पैसा कमाने आए हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मुख्यमंत्री की भी ऐसे लोगों पर पकड़ नहीं है। अगर सीएम मंडी सदर से चुनाव लड़ते हैं तो लड़ें, उनका स्वागत है। सरकार सारा विकास तो सराज का करवा रही है। मंडी की जनता के बीच वह आखिर क्या बोलेंगे? विधायक अनिल शर्मा के अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावती तेवरों पर जिला भाजपा ने कड़ा संज्ञान लिया है। आलाकमान से भाजपा विधायक पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की गई है। आरोप लगाया गया है कि भाजपा का विधायक होते हुए अनिल शर्मा पंडित सुखराम और अपने बेटे आश्रय की कांग्रेसी जुबान बोल रहे हैं। भाजपा सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। इस संबंध में जिला भाजपा ने शिकायत करते हुए अनिल शर्मा को भाजपा से निष्कासित करने की कवायद शुरू करने की मांग भी उठाई है। भाजपा के संगठनात्मक जिला मंडी के अध्यक्ष रणबीर ठाकुर ने कहा कि अनिल शर्मा की बयानबाजी सुखराम परिवार की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। संगठनात्मक जिला की ओर से आलाकमान से विधायक पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की गई है। यदि अनिल शर्मा को भाजपा से समय रहते निष्कासित नहीं किया और चुनावों के दौरान निकाला तो सुखराम परिवार फिर से सहानुभूति प्राप्त करेगा। उन्होंने अनिल शर्मा को पार्टी नियमों का अनुसरण करने की भी हिदायत दी है।

Most Popular