Saturday, July 27, 2024
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दुर्लभ हिमालयी चैहड़ फिजेंट को विलुप्त होने से बचाने के लिए छोड़ा जंगल में

शिमला : मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज विलुप्त होने की कगार पर जंगली चैहड़ फिजेंट प्रजाति के पक्षी को शिमला जिला के कुसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र के सेरी गांव में छोड़ा गया। इस दुर्लभ चैहड़ फिजेंट के संरक्षण व प्रजनन में प्रदेश का वन्य प्राणी प्रभाग, (वन विभाग) सराहनीय कार्य कर रहा है। विभाग द्वारा इस चैहड़ पक्षी का भी संरक्षण व प्रजनन किया गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पक्षी के लुप्त होने वाले खतरों को भांपते हुए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण द्वारा इसके संरक्षण व प्रजनन के लिए चिन्हित किया गया था। इसका प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार के दुर्लभ पक्षियों की संख्या बढ़ना है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि यह पक्षी विलुप्त होने की कगार पर है और वन्य प्राणी विभाग इसके संरक्षण व प्रजनन में सराहनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रजाती का एक जोड़ा भी नजदीक के जंगल में छोड़ा जाएगा। उन्होंने आशा व्यक्त कि की यह पक्षी जंगल में संरक्षित रहेगा तथा इसकी आबादी भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में शिकार पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है और किसी भी जानवर का शिकार करना एक अपराध है। उन्होंने राज्य वन्य प्राणी विभाग के कार्यों की सराहना करते हुए, उनसे इस कार्य को भविष्य में जारी रखने का आग्रह किया ताकि चैहड़ फिजेंट की संख्या में बढ़ौतरी हो सके।
मुख्य अरण्यपाल वन्य प्राणी डाॅ. सविता ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री और अन्य उपस्थित गणमान्यों का स्वागत किया और कहा कि चायल की खडियून पक्षीशाला की पहचान चैहड़ फिजेंट के संरक्षण एवं प्रजनन से हुई है।
पूर्व सांसद वीरेन्द्र कश्यप, पूर्व विधायक आर.डी. कश्यप, सक्षम गुड़िया बोर्ड की अध्यक्षा रूपा शर्मा, स्थानीय भाजपा नेता विजय ज्योति सेन भी अन्य सहित इस अवसर पर उपस्थित थे।    

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