Saturday, April 13, 2024
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कोई एक भी प्रवासी मजदूर भूखा-प्यासा नहीं रहना चाहिए: गोविंद ठाकुर

रेणुका गौतम
कुल्लू
: वन, परिवहन व युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि जिला में मजदूरी के उद्देश्य से आएं प्रवासी मजदूरों का पता लगाकर सभी के लिए निःशुल्क खाद्यान्न की व्यवस्था की जा रही है। वह स्वयं इस पुनीत कार्य की निगरानी कर रहे हैं और जहां कहीं से भी जरूरतमंद व्यक्ति अथवा परिवार की जानकारी उन तक पहुंचती है, वह स्वयं उसे राशन की तुरंत व्यवस्था करते हैं। इसके अलावा, जिला प्रशासन तथा अनेक संस्थाएं भी इस मानवीय कार्य को संजीदगी के साथ कर रही हैं।

गोविंद ठाकुर ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा शनिवार व रविवार को लगभग 1200 लोगों को आठ टन अधिक खाद्यान्न गरीब व जरूरतमंद लोगों में वितरित किया। इसके अलावा, मनाली स्थित ठाकुर कुंज लाल दामोदरी देवी मेमोरियल ट्रस्ट हर रोज अनेक ऐसे परिवारों को भोजन की तथा एक माह के अनाज की व्यवस्था कर रहा है, जो कोरोना के कारण यहां फंस गए हैं और उनके पास खाने-पीने के लिए कोई पैसा नहीं है।
वन मंत्री ने रविवार को मनाली से कुल्लू आते समय अनेक स्थानों पर जरूरतमंद लोगों को एक माह का राशन प्रदान किया। कुल्लू में उन्होंने प्रशासन के अधिकारियों से इस बारे पूरी जानकारी हासिल की तथा जरूरतमंद लोगों का पता लगाकर हर हालत में उन्हें राशन प्रदान करने को कहा।
गांव के लोगों की संवदेना को देखकर प्रसन्न हुए मंत्री
वन मंत्री गांव के लोगों के मानवीय व्यवहार को देखकर काफी खुश हुए। उन्होंने देखा कि अनेक गांवों में लोग प्रवासी मजदूरों को खाना खिला रहे हैं और उनकी हर संभव मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देवभूमि के लोगों में सेवा भाव की कमी नहीं है और यही चीज हमें दूसरों से अलग प्रस्तुत करती है।
गौ सदनों में लोग खुले मन से कर रहे हैं दान
गोविंद ठाकुर ने रविवार को दो गौ सदनों का भी दौरा किया। उन्होंने पाया कि गौ सदनों में लोग खुले मन से चारा, घास व पैसा इत्यादि दान कर रहे हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले लोगों से गौवंश की सेवा की अपील की थी, और लोगों ने बिना देरी किए अनेक वाहन घास के गांवों से गौ सदनों में दिए। इसके लिए मंत्री ने लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस पुण्य के कार्य के लिए और लोग आगे आएं ताकि गौ सदनों में बड़ी तादाद में गऊएं भूखी न रहें।
मुख्यमंत्री राहत कोष में 40 लाख देंगे निगम के कर्मचारी
परिवहन मंत्री ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारी और कर्मचारी कोविड-19 से निपटने के लिए एक दिन के वेतन का अंशदान कर रहे हैं जबकि निगम के प्रबंध निदेशक यूनुस एक माह का वेतन कोविड-19 के लिए दे रहे हैं। इस प्रकार लगभग 40 लाख रुपये की यह राशि कोविड-19 से निपटने के उपायों में कारगर साबित होगी।
गोविंद ठाकुर ने अन्य कर्मचारियों और लोगों से भी कोविड-19 के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष अथवा जिला रेड क्राॅस में अंशदान करने की अपील की है।
निगेटिव है आनी की दीक्षा और पनारसा के राधेश्याम की रिपोर्ट
गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि गत दिनों आनी की दीक्षा और पनारसा के राधेश्याम को कोरोना संदिग्ध बताते हुए कुल्लू अस्पताल लाया गया था। मेडिकल कालेज से अब दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। दोनों को केवल जुकाम व खांसी थी जो मौसम में हो रहे नित्य प्रति बदलाव के कारण अनेक लोगों को होनी स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कोरोना को लेकर अनावश्यक पैनिक करते हैं। अफवाह तेजी से फैलती है और किसी को भी इनपर भरोसा नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आंशका होने पर 104 पर फोन कर सकते हैं अथवा नजदीकी डाक्टर की सलाह ले सकते हैं।
अन्नपूर्णा के खाने का भी मंत्री ने किया निरीक्षण
वन मंत्री रविवार को कुल्लू के अस्पताल के समीप अन्नपूर्णा संस्था व पे्रस क्लब कुल्लू द्वारा मरीजों के तीमारदारों को प्रदान किए जा रहे भोजन का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वयं भोजन का स्वाद चखा और जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि लाॅक डाउन के चलते जब सभी होटल व ढाबे बंद है, तो ऐसे समय में नित्य प्रति सैंकड़ों तीमारदारों को दो वक्त निःशुल्क भोजन प्रदान करना बहुत पुण्य का कार्य है।
लाॅक-डाउन को हर हालत में सफल बनाना होगा
गोविंद ठाकुर ने एक बार पुनः कुल्लू के लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों को न छोड़े ।हम सबको मिलकर कोरोना को हराना है और लाॅक डाउन को हर हालत में सफल बनाना है ताकि हम इसके बाद एक स्वस्थ समाज में कदम रख सकें। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति नहीं चाहेगा कि कोरोना जैसी जानलेवा माहमारी उसे अपना ग्रास बना लें और साथ में परिजनों को अपने शिकंजे में ले लें। इसलिए यह सोचकर घर से बाहर निकलने की कोशिश करें कि बाहर कोरोना वायरस कहीं पर भी आपको चपेट में ले सकता है। उन्होंने लोगों से सोशल डिस्टेन्सिग बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि इसका पालन अपने घरों में भी करना चाहिए। अति आवश्यक हो तो ही कफ्र्यू में ढील के दौरान घर से बाहर निकले। किसी को भी अनावश्यक भण्डारण करने की आवश्यकता नहीं है। जिला प्रशासन ने घर-द्वार तक सब्जियां पहुंचाने की व्यवस्था की है ताकि लोग घरों से बाहर न निकले।

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