पहले सूखे की मार और अब तूफान और ओलावृष्टि से किसानों बागवानों की सेब व सब्जियों को नुकसान हो रहा है । मंगलवार को ठियोग विकासखंड के तहत आने वाली केलवी भराणा भाज क्यार पंचायत में ओलावृष्टि ने इतना अधिक कहर बरपाया है कि सेब के पौधों में पतिया तक नहीं बची है सबसे अधिक नुकसान इन्हीं पंचायतों में हुआ है जबकि इसके अलावा मतियाना क्षेत्र के साथ लगती है तीन-चार पंचायतों सहित अन्य जगह में भी हल्की ओलावृष्टि हुई है और कई बागवानों के जिन्होंने जालिया लगा रखी थी सेब की टहनियां टूट गई और कई जगह पेड़ गिर गए। आंधी तूफान और ओलावृष्टि के कारण सेब के पौधों को काफी अधिक नुकसान पहुंचा है और जिन्होंने सेब के पौधों में जालिया नहीं लगा रखी थी उन पौधों में पतिया तक नहीं बची है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कुदरत का कहर किस तरह से बरसा है
पिछले काफी समय से सूखे की मार झेल रहे बागवानों को बारिश से कुछ हद तक राहत मिली थी लेकिन जिस तरह से ओलावृष्टि ने कहर बरपाया है इससे बागवानो की साल भर की फसल बर्बाद हो गई है। स्थानीय निवासी राज शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि करीब पौने घंटे तक हुई ओलावृष्टि आंधी तूफान के कारण यहां केलवी सहित तीन चार पंचायतों में बहुत अधिक नुकसान हुआ है और पेड़ों पर टहनियां और पतिया तक जमीन पर आ गई है। उन्होंने बताया कि अपने जीवन में उन्होंने ऐसे भयंकर ओलावृष्टि व तूफान नहीं देखा जो पूरे इलाके में कहर बनकर आया है । इस इलाके में सेब के अलावा मटर की फसल को भी काफी अधिक नुकसान पहुंचा है। जबकि मतियाना क्षेत्र के साथ लगती पंचायतों में भी ओलावृष्टि हुई है और क्यार पंचायत की सांबर बांदली कडेड व कलींड पंचायत के जराई मनलोग रिहान में ओलावृष्टि होने के कारण सेब की फसल को काफी अधिक नुकसान हुआ है।
