Saturday, April 20, 2024
Homeभाषा एवं संस्कृति एकेडमीयुवा के अंदर होना चाहिए कुछ करने का जुनून..लक्ष्य को करें आत्मसात...

युवा के अंदर होना चाहिए कुछ करने का जुनून..लक्ष्य को करें आत्मसात : अजय ठाकुर

भाषा कला संस्कृति अकादमी के साहित्य कला संवाद की 431वीं कड़ी में परशुराम, अर्जुन आवार्ड, पद्मश्री जैसे विशिष्ट सम्मानों से सम्मानित हिमाचल गौरव भारतीय कब्बडी टीम के पूर्व कप्तान तथा वल्र्ड कप में बेस्ट रेडर का खिताब प्राप्त कर चुके अजय ठाकुर ने युवाओं को कहा कि कुछ विशेष करने का जुनून होना चाहिए। इस भावना को प्रत्येक युवा अपने अंदर आत्मसात कर आगे बढ़ें।
उन्होंने कहा कि युवा पहले अपने मन में निश्चिय कर विषम परिस्थितियों पर भी विचलित न होकर अनव्रत आगे बढ़े। संवाद कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि वल्र्ड कप शुरू होने से मात्र 25 दिन पहले भाई की हृदय विदारक दुर्घटना ने एक बार उन्हें पूरी तरह आह्त कर तोड़ दिया किंतु उन्हें लगा कि यही वो परिस्थितियां है जिसमें मनुष्य के धैर्य और आत्मविश्वास की परीक्षा होती है और यहीं से संबल प्राप्त कर खेल के मैदान में जा पहुंचे।
भारत का चैथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त कर हिमाचल गौरव बढ़ाने वाले अजय ठाकुर ने विनम्र भाव से चर्चा के दौरान विभिन्न सवालों का जवाब दिया। खेल से हटकर अपने सेवाकाल के अनुभवों को सांझा करते हुए उन्होंने बताया कि इंडियन नेवी और एयर इंडिया के बाद अब ये हिमाचल आकर आनन्दपूर्ण जीवन जी रहे हैं किंतु इंडियन नेवी के अंतर्गत जिस तरह के अनुभवों से इन्हें गुजरना पड़ा उससे इनका मानना है कि धन्य हैं वे लोग जो इन सेनाओं में रहकर देश की सुरक्षा के लिए निरंतर तत्पर रहते हैं और उनकी सेवाओं को देख उनके प्रति सैल्यूट तो बनता है।
अजय ठाकुर ने अपनी समग्र सफलता का श्रेय अपने माता-पिता तथा परिजन वर्ग को देते हुए कहा कि निःसंदेह उनके प्रेरणा स्त्रोत उनके पिता रहे हैं जिन्होंने दो पुत्रों के पैदा होते ही सोचा था कि उनका एक बेटा देश के लिए खेलेगा। बड़े होने पर जब यह बात अजय के समझ आई तो उन्होंने भी पिता के इस सपने को पूरा करने का निश्चय किया और ठेठ ग्रामीण परिवेश से होने पर वहां सुविधाओं के न होने पर भी उन सभी विषम परिस्थितियों से समझौता करते हुए अविचल आगे बढ़ते रहे।
अजय ठाकुर का मानना है कि हम सभी बड़ों को आने वाली पीढ़ी को सही दिशा-निर्देश देते हुए उन्हें उनकी अभिरूचि के अनुरूप प्रेरित करते हुए प्रोत्साहित भी करना चाहिए।
संवादकर्ता दक्षा उपाध्याय ने अत्यंत प्रभावी रूप से कार्यक्रम का संचालन किया तथा अजय ठाकुर की क्षमता व प्रतिभा के संबंध में विविध प्रश्न पूछे।
अकादमी सचिव डाॅ. कर्म सिंह ने स्वागत संबोधन से संवाद आरम्भ किया। डीएसपी अभिमन्यु वर्मा ने सम्पूर्ण कार्यक्रम का सफल संचालन किया तथा हितेन्द्र शर्मा द्वारा अजय ठाकुर की उपलब्धियों भरी विशेषताओं को चित्रांकित कर कार्यक्रम का संयोजन किया गया।  

Most Popular