Sunday, May 19, 2024
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गोविन्द सागर में पाई जाने वाली मछली पुर्णतः ऑर्गेनिक- सुभाष ठाकुर

.कोल जलाशय में डाला गया 1 लाख 30 हजार कॉमन मछली का बीज
.हिमाचल प्रदेश के सामान्य जलाशयों में 16 जून से 15 अगस्त तक किसी भी प्रकार के मछली शिकार व बिक्री पर पूर्णतः प्रतिबंध
बिलासपुर – विधायक सदर सुभाष ठाकुर ने आज मतस्य विभाग की ओर से कोल जलाशय के कसोल में 1 लाख 30 हजार कॉमन मछली का बीज डाला ताकि आने वाले समय में मछुाआरों को कोल जलाशय मे भरपूर मछली मिल सके। इस अवसर पर आयोजित एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होने कहा कि गोविन्द सागर जलाशय में 36 सहकारी सभाओं के माध्यम से लगभग 2 हजार 737 तथा कोल जलाशय में 5 मतस्य सहकारी सभाओं के माध्यम से लगभग 233 मछुआरे मछली पकडने का कार्य कर अपने तथा अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे है। उन्होने कहा कि मछुआरो के कल्याण के लिए मतस्य विभाग द्वारा नीली क्रांति योजना के अन्तर्गत 254 मछुआरों को आवास निर्माण के लिए 75 हजार व 1 लाख तीस हजार की दर से लगभग तीन करोड रूपये की सहायता राशि प्रदान की गई। सुभाष ठाकुर ने कहा कि कोल जलाशय तथा गोविन्द सागर में पाई जाने वाली मछली पुर्णतः ऑर्गेनिक है जिसके कारण उसकी सब जगह अधिक मांग रहती है।
उन्होेने कहा कि जलाशय के 120 मछुआरों को किश्ती, गिल जाल व तम्बू क्रय करने के लिए 59 लाख की सहायता प्रदान की गई। उन्होने कहा कि प्रधानमन्त्री मतस्य संपदा योजना के अन्तर्गत 13 मछुआरों को 75 हजार रूप्यंे की मोटर साईकिल पर सामान्य जाति के मछुआरों को 40 प्रतिशत की दर से 30 हजार रूपये तथा महिला वर्ग व अनूसूचित जाति के मछुआरो को 60 प्रतिशत की दर 45 हजार की राशि अनुदान के रूप में दी गई।
उन्होने कहा कि विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत मतस्य आवतरण केन्द्र्र बिलासपुर व कसोल की सात मतस्य सहकारी सभाओं के लगभग 383 मछुआरांे के कल्याण के लिए मतस्य विभाग द्वारा अनेक कल्याणकारी योजनाए चलाई जा रही है। क्षेत्र के 31 मछुआरो को मछुआरा आवास योजना के अतर्गत आवास निर्माण के लिए 38.65 लाख रूपये, किश्ती निर्माण के लिए 24 मछुआरों को 12.20 लाख रूपए की सहायता राशि प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त कोविड 19 से प्रभावित 269 मछुआरांे 5.38 लाख रूपए की सहायता राशि तथा 191 मछुआरों को अनुदान के रूप में गिल जाल प्रदान किए गए। उन्होने कहा कि वर्ष 2021-22 में बन्द सीजन राहत भत्ते के रूप में 10.71 लाख की सहायता प्रदान की गई। इसी प्रकार मतस्य आवतरण केन्द्र बिलासपुर के 180 मछुआरोें व मतस्य आवतरण केन्द्र कसोल के 40 मछुआरों को मछली पकडते समय जीवन सुरक्षित रखने के लिए लाईफ जैकेट भी वितरित की है।
निदेशक मत्स्य सतपाल मैहता ने जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश के सामान्य जलाशयों में 16 जून से 15 अगस्त तक किसी भी प्रकार के मछली शिकार व बिक्री पर पुर्णतः प्रतिबन्ध रहेगा। उन्होने कहा कि हिमाचल प्रदेश के जलाशयों एवं सामान्य नदी नालों व इनकी सहायक नदियों में 12 हजार से अधिक मछुआरे मछली पकड़ कर अपनी रोजी रोटी कमाने में लगे हैं। उन्होने कहा कि मछुआरों की सुविधा के लिए कोल जलाशय में कसोल, बेरल, व सुन्नी में तीन मतस्य आवतरण केन्द्रों का निर्माण किया गया है। कोल जलाशय में ट्राउट मछली पालन को बढावा देने के लिए 24 केजो की स्थापना की गई है। जिसमें 12.35 लाख रूपये मुल्य की 3.365 मिट्रिक टन ट्राउट मछली का उत्पादन किया गया।
कसोल में आयोजित कार्यक्रम में आज विधायक सुभाष ठाकुर द्वारा 12 मछुआरों को अनुदान सहायता के रूप में गिल जाल भी वितरित किये गये।
इस अवसर पर सहायक निदेशक मतस्य श्याम लाल शर्मा, पंकज ठाकुर, बीडीसी सदस्य हरनोडा अशोक कुमार, हरनोडा के पूर्व प्रधान रमेश कौण्डल, फिश कॉपरेटिव सोसाइटी कसोल बाल मुक्कंद सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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