कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में देश की पहली स्नो मैराथन का आयोजन होने जा रहा है। 26 मार्च को आयोजित होने वाली इस स्नो मैराथन में पूरे देश के 100 प्रतिभागी शामिल हो रहें हैं। गौरतलब है कि यह स्नो मैराथन देश में अपनी तरह का पहला मैराथन होगा। हालाँकि विश्व के लगभग 10 देशों में आर्कटिक सर्कल, उत्तरी ध्रुव और साइबेरिया जैसे जगह में शीत-कालीन स्नो मैराथन आयोजित होते हैं, लेकिन बात करें अगर भारत की तो यहाँ यह एक नई पहल है। उपायुक्त लाहौल-स्पीति नीरज कुमार ने कहा कि 26 मार्च को रिच इंडिया संस्था व गोल्ड ड्राप एडवेंचर द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से मैराथन आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्नो फेस्टिवल के साथ-साथ यह आयोजन वास्तव में जिला को खेल और पर्यटन दोनों क्षेत्रों में विकसित करने में सहायक सिद्ध होगा। साथ ही यह स्नो मैराथन देश के भीतर एक नए खेल को शामिल करने की पहल भी करेगा।अटल टनल रोहतांग टनल के नार्थ पोर्टल में कोकसर पंचायत के लोग स्नो फेस्टिवल मनाएगें। यहां स्नो क्राफ्ट, पुरातन वस्तुएं, प्राचीन तीर अंदाजी, स्थानीय उत्पाद के स्टाल और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि नार्थ पोर्टल से कोकसर पंचायत तक मैराथन का आयोजन किया जाएगा। उसी दिन गोंदला में फूड फेस्टिवल का भी आयोजन किया जाएगा।
गोल्ड ड्राप एडवेंचर के संचालक राजेश चन्द ने बताया कि स्नो मैराथन में फुल 42 किमी, हाफ 21 किमी जबकि दौड़ 10 व 5 किमी के अलावा जॉय रेस एक किमी की होगी। उन्होंने बताया कि भले ही देश में बर्फ से जुड़े कई खेल और गतिविधियां होती हैं, लेकिन स्नो मैराथन पहली बार आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि हर खेल में खिलाड़ियों की संख्या सीमित होती है लेकिन मैराथन में हजारों की संख्या में लोग भाग ले सकते हैं।
स्नो मैराथन के आयोजक गौरव सिमर व मुख्य सलाहकार कर्नल अरुण नटराजन व टीम संचालक कर्नल संतोष बारामूला ने बताया कि स्नो मैराथन को प्रशासन के सहयोग से सफल बनाने के हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं।
हालाँकि शुरुआत में यह एक प्रयास मात्र है, लेकिन भविष्य में इसका आयोजन बड़े स्तर पर किया जाएगा।
रिपोर्टर – रेणुका गौतम
