माइकेनवास कार्यक्रम बना युवाओं की कला और कल्पना निखारने हेतू बेहतरीन मंच
रेणुका गौतम कुल्लू/ हरीपुर : प्रसिद्ध पयर्टन नगरी मनाली के निकट बसे हरीपुर में कलम कूची कार्यक्रम माइकेनवास युवाओं की कला और कल्पना को नई दिशा देने के लिए एक बेहतरीन मंच साबित हो रहा है। माइंडस्केप आर्ट गैलरी के बेनर तले इस कार्यक्रम के तहत इसका आयोजन किया जा रहा है। कुल्लू के युवा कवियों, लेखकों और चित्रकारों को अपनी अनुपम चित्रकला और साहित्य रचना को एक ही मंच पर सृजनात्मकता से प्रस्तुत करने का अवसर मिल रहा है।
गत दिवस युवा लेखिका व शोधार्थी रेखा ठाकुर द्वारा माइंडस्केप आर्ट गैलरी हरिपुर मनाली में ओपन माइक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कुल्लू के युवा कवि-लेखकों और चित्रकारों ने अपनी अनुपम प्रस्तुतियाँ दी। रेखा ठाकुर का कहना है कि इस आयोजन का लक्ष्य कुल्लू के युवा कवियों, शायरों और चित्रकलाकारों को अभिव्यक्ति हेतू एक मंच प्रदान करना है।
कार्यक्रम के दौरान युवाओं और चित्रकारों को प्रेरणा देने के लिए चित्रकार डॉ. संजू पॉल ने एक ओर जहाँ कवि, शायरों और चित्रकारों का हौसला बढ़ाया, वहीं पूरे कार्यक्रम में अपनी कूची के माध्यम से चित्रकला करने वाले प्रतिभागियों ने भी अपनी एक कृति साथ ही साथ तैयार की। कविता, शायरी, पहाड़ी कविता, लघु कहानी, स्टैंड अप कॉमेडी, गीत-ग़ज़लों और चित्रकला ने कार्यक्रम में चार चाँद लगाए।
डॉ. संजू पॉल व डॉ. राजेंद्र पॉल सहित बतौर मुख्यातिथि शामिल रहे प्रोफेसर राकेश राणा ने इसे युवा कवियों, लेखकों और कलाकारों का एक सफल प्रयास बताया। प्रतिभागी कवि, शायरों, चित्रकलाकर और कलाकारों में राहुल गिरी महंत, मानवी शर्मा, सोनाली ठाकुर, पवन ठाकुर, निकिता, थरवीन, भानू ठाकुर, सिमरन चौहान, विधिना, चारिसा रघुवंशी, नम्रता गुलेरिया, जैस्मिन कौर, कामाक्षा, रक्षा, नेहा, मुदिता, जागृति और संचिता प्रमुख थे।
गौरतलब है कि कुल्लू के युवा कवि, लेखकों और चित्रकारों के लिए “कलम कूची” यह ओपन माइक पेंटिंग और कविता के प्रयोग को सफल करवाने वाला पहला कार्यक्रम है। जिसे बकायदा कविता लेखन और चित्रकारों द्वारा काफ़ी पसन्द किया जा रहा है।