इस बार के लोस चुनावों में भाजपा को बड़ी जीत मिली लेकिन लोकतंत्र कमजोर हुआ
सोलन : कांग्रेस पार्टी यदि नेहरू परिवार से बाहर न आई तो वो दिन दूर नही जब कांग्रेस पूरी तरह खत्म हो जाएगी। कांग्रेस के पास बहुत बड़ा मौका था इस बार किसी और को अध्यक्ष बनाने का लेकिन ये मौका कांग्रेस ने गंवा दिया। यह शब्द पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व सीएम व भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने कहे। सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होने कहा कि इन चुनावों में भाजपा को बहुत बड़ी जीत मिली है लेकिन लोकतंत्र कमजोर हुआ है क्योंकि लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष बहुत जरूरी है। देश में कांग्रेस से बड़ा विपक्ष कोई नही बन सकता क्योंकि वो ऑल इंडिया पार्टी है और कोई भी दल राष्ट्रीय पार्टी नही बन सकती। कांग्रेस के पास कर्ण सिंह, प्रणव मुखर्जी जैसे कई विद्वान नेता है जो देश को एक मजबूत विपक्ष दिला सकता है। उन्होने कहा कि पक्ष व विपक्ष में राजनीति के तौर पर टकराव तो होता है लेकिन विरोध का विरोध करना जायज नही है। प्रदेश में जयराम सरकार हर क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही है लेकिन कांग्रेस हर बात का विरोध करती है। यह राजनीति प्रदेश की नही थी। हमारे समय मे भी मुद्दों पर टकराव होता था लेकिन प्रदेश के विकास के लिए पक्ष विपक्ष सहयोग करता था। अच्छे कामों पर एक दूसरे का समर्थन करते थे लेकिन आज हर योजना का विरोध होता है।
प्रदेश में धारा 118 पर विपक्ष द्वारा उठाये जा रहे मुद्दे पर भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्रदेश के विकास के धारा 118 में रिलेक्सेशन करने की जरूरत पड़ेगी तो करेंगे जैसा पहली की सरकारों में होता आया है लेकिन यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रदेश के लोगों के हितों से खिलवाड़ न हो। प्रदेश को मेरी सरकार के होते हुए बिजली योजनाओं से करोड़ों रुपयों की रॉयल्टी मिलनी शुरू हुई थी जो आज प्रदेश के विकास में अहम है।
जनसंख्या नियंत्रण बेहद जरूरी
शांता कुमार ने कहा कि देश में जनसंख्या नियंत्रण बहुत जरूरी हो गया है क्योंकि 141 करोड़ लोगों को पालने के लिए देश के पास संसाधन नही है। ऐसे में बेरोजगारी व भुखमरी बढ़ रही है। इसके लिए कानून लाना पड़ेगा कि हम दो और अब सबके दो। यह सब जनमत से होगा। जितना जल्दी जनमत होगा उतना जल्दी कानून बनेगा। सोलन से इस जनमत की शुरूआत हुई है।
इस दौरान उनके साथ पूर्व मंत्री महेंद्र सोफत, विस चुनावों में प्रत्याशी रहे डॉ. राजेश कश्यप, धर्मचंद गुलेरिया, शैलेन्द्र गुप्ता, मनीष सोपाल, पंकज वर्मा, कुशल जेठी, गोपाल व शिवम आदि कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।