Saturday, April 20, 2024
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हिमाचल एक सूत्र कला मंच ने मंडी अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में कलाकरों से भेदभाव की कही बात

हिमाचल एक सूत्र कला मंच के अध्यक्ष करतार कौशल पत्रकारों को संबोधित करते हुए

रेणुका गौतम, कुल्लू : “अंतर्राष्ट्रीय मंडी शिवरात्रि अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी में प्रदेश के कलाकारों के साथ भेदभाव किया गया”, यह बात हिमाचल एक सूत्र कला मंच के कार्यकारी अध्यक्ष करतार कौशल ने जिला मुख्यालय कुल्लू में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही। करतार कौशल ने बताया कि मंडी शिवरात्रि में ऐसा पहली बार देखने को मिला कि हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों के कलाकारों ने ऑडिशन दिए बावजूद इसके उन्हें मंच प्रदान नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि हैरानी इस बात की है कि इस ऑडिशन में ऐसे कलाकारों ने भी ऑडिशन दिया जो बरसों से अपनी आवाज का जादू बिखेर रहे हैंं, जो उनके साथ एक भद्दा मजाक है। 

  उन्होंने कहा कि बहुत हैरानी की बात है कि ऑडिशन देने के बाद कुछ कलाकारों का चयन भी हुआ तब भी उन्हें मंच पर प्रस्तुति देने से वंचित रखा गया। उन्होंने कहा कि मंडी प्रशासन ने मंडी शिवरात्रि के लिए समाचार के माध्यम से ऑडिशन की डेट फाइनल की थी जिसमें हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों के कलाकार ऑडिशन देने पहुंचे इतना भारी भरकम किराया वा दिन तोड़ कर के कलाकार कलाकारों ने ऑडिशन दिया और बावजूद इसके उनको मंच नहीं दिया गया जो ऐसा पहली बार हुआ है ।

 उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि मंडी शिवरात्रि में हिमाचल प्रदेश की कलाकारों को मंच नहीं मिला जो कलाकार उभर रहे हैं और जो चाहते हैं कि हम अपना कार्यक्रम एक बड़े मंच पर दें ऐसे कलाकार मंडी प्रशासन की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं है। 

         उन्होंने बताया कि मंडी शिवरात्रि के लिए लगभग 300 से ज्यादा कलाकारों ने ऑडिशन दिए हैं और उनमें से मात्र निर्णायक मंडल ने 24 कलाकारों का ही चयन किया। इन कलाकारों में 100 ऐसे कलाकार थे जो बरसों से हिमाचल प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय, राज्य स्तरीय जिला स्तरीय मेलों में अपना कार्यक्रम पेश कर चुके हैं और यूट्यूब और सोशल मीडिया पर उनके कई ऐसे गाने हैं जिन्हे लाखों लोगों ने पसंद भी किया है। हिमाचली एक सूत्र कला मंच के अध्यक्ष करतार कौशल ने बताया कि छोटे कलाकारों को हर मेलों में किसी न किसी प्रकार से कई परेशानियां झेलनी पड़ती है चाहे वह प्रस्तुति हेतु मंच प्राप्त करने के लिए हो या फिर उनको मिलने वाले अनुदान को लेकर। 

           हिमाचल एक सूत्र कला मंच के अध्यक्ष करतार कौशल में हिमाचल प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मांग की है कि इस मामले की जांच हो और हिमाचल प्रदेश में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय, राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय मेलों में उभरते कलाकारों के लिए ठोस नीति बनाकर नियम बनाया जाए। ऑडिशन के दौरान ऐसे व्यक्ति को निर्णायक के तौर पर बैठाया जाए जो संगीत का जानकार हो।

 उन्होंने सरकार से मांग की है कि कलाकारों को केटागिरी के हिसाब से स्थाई मानदेय प्रस्तावित करें और मेला आयोजित कमेटी को आदेश दें कि सर्वप्रथम जहां मेला आयोजित हो रहा है उस ज़िला के कलाकारों को तरजीह दी जाए और साथ में अन्य ज़िला के उत्कृष्ट कलाकारों को भी मेलों में मंच प्रदान किया जाए।

  मंच के अध्यक्ष करतार कौशल ने हिमाचल प्रदेश के सभी उभरते कलाकारों से आग्रह किया है कि वह हिमाचल एक सूत्र कला मंच से जुड़े जो एक ऐसा गैर राजनीतिक संगठन है जो कलाकारों के हितों की के लिए आवाज उठाता है और हिमाचल की संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए हमेशा कार्य करता रहेगा।

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