रेणुका गौतम
हांगकांग के एशिया सोसाइटी सेंटर में थांका पेंटिंग प्रदर्शित कर किया सभी को अचंभित ।
कुल्लू : जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के छोटे से गांव शिफ्टिंग में जन्मे कृष्णा टशी पालमो ने एक बार फिर से जिले व प्रदेश का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने पेंटिंग प्रदर्शनी के द्वारा रोशन किया है ।हाल ही में 18 जनवरी 2020 को कल्याणी एशिया सोसाइटी हांगकांग सेंटर ,इन हारमनी विद मीमिराकी के तत्वावधान में भारतीय कला में महिलाओं को समर्पित एक दिवसीय लाइव प्रदर्शनी ,पेंटिंग व एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था जिसमें जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के शिप्टिंग गांव की थांका पेंटर कृष्णा टशी पालमो ने देश-विदेश से आए सैकड़ों कलाकारों के मध्य अपने बेहतरीन थांका कला की प्रदर्शनी कर एक बार फिर जिले का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर रोशन किया है इस दौरान कृष्णा के संघर्ष व चुनौतियों पर आधारित एक लघु फिल्म भी दिखाया गया जिसमें कृष्णा के बचपन से लेकर आज तक की कठिनाइयों के बारे में बताया गया है ।कृष्णा का कहना है कि थांका पेंटिंग की शिक्षा उन्होंने वर्ष 2006 से 2012 तक अपने गुरु दोरजे दुन्दुप से पीसीबी में लिया था व वर्ष 2018 में सेव लाहुल स्पीति संस्था द्वारा जिला कुल्लू में भाषा विभाग कुल्लू के साथ पहला सोलो एग्जिबिशन कराया गया जिसने उनको एक अलग ही पहचान दी जिसको वह अपने जीवन का सबसे पहला ब्रश भी मानती हैं ।कृष्णा टशी पाल्मो की शादी लद्दाख के नुबरा के सतंजीन नयंटक से हुई है जो कि स्वयं भी एक थांका पेंटर है व थांका पेंटिंग में महारत हासिल है । इस से पूर्व भी कृष्णा टशी पालमो ने कई मंचों पर अपने थांका प्रदर्शनी का जलवा बिखेरा है और देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है ।