शिमला: पंजाब में पीएम नरेंद्र मोदी की बठिडा रैली को लेकर हुई ‘सुरक्षा चूक’ को लेकर सियासत गर्म हो गई है. हिमाचल में सीएम जयराम ठाकुर ने जहां गृहमंत्री से मामले की जांच की मांग की है. वहीं, हिमाचल कांग्रेस के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी से हटकर बयान दिया है.
विक्रमादित्य सिंब ने पंजाब सरकार से पूरे मामले की जांच की मांग की है और साथ ही अफसरों पर भी कार्रवाई करने की बात कही है.विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वैसे तो पंजाब सरकार पर टिप्पणी करना हमारे कार्य अधिकार से अलग है, मगर पिछले कल जो घटनाक्रम वहाँ पर हुए हैं, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. देश के प्रधानमंत्री, चाहे किसी भी राजनैतिक दल से क्यों न हो, (हम भी उनकी और उनके दल की राजनैतिक सोच से बिलकुल भी इत्तफ़ाक़ नहीं रखते). कि सुरक्षा में इस तरीक़े का लैप्स हैरान करने वाला है, जिसकी पंजाब सरकार को तुरंत जाँच करवानी चाहिए और जिन अधिकारियों की ओर से इसमें कमी पाई गई है, उन पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जो तर्क दिया गया है कि प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से सभा स्थल तक पहुँचने का कार्यक्रम था, इसीलिए यातायात का इंतज़ाम पूर्ण रूप से नहीं किया गया था, ठीक नहीं है. क्योंकि हम जानते हैं, जब इस स्तर के VVIP का कार्यक्रम होता है तो ऑल्टरनेट रूट भी तत्कालीन परिस्थिति में निष्क्रमण के लिए रखे जाते हैं, ताकि किसी भी परिस्थिति में उन्हें वहाँ से सुरक्षित बाहर निकाला जा सके. कांग्रेस शासित राज्य होने के चलते प्रशासन को इस चीज़ का और ध्यान रखना चाहिए था कि इस तरह की कोई भी चूक प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में ना हों, ताकि राजनैतिक दृष्टि से कोई उंगली न उठा सके, अब चूक हुई है, तो कार्रवाई भी निश्चित तौर से होनी चाहिए. इस घटनाक्रम को रजनैतिक दृष्टिकोण से देखने की कोई आवश्यकता नहीं. बता दें कि विक्रमादित्य सिंह हिमाचल के शिमला ग्रामीण से कांग्रेस विधायक हैं और सूबे के छह बार के सीएम रहे दिवंगत वीरभद्र सिंह के बेटे हैं.