Thursday, April 18, 2024
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42 दिन के स्वर्ग प्रवास से लौटे देवताओं ने सुखद व अच्छे वर्ष की भविष्यवाणी की

रेणुका गौतम
मनाली : कुल्लू घाटी के कण-कण में देवआस्था का प्रभाव यहाँ की सबसे बड़ी विशेषता है । यहां सदियों से चली आ रही देव कृपा से ही कुल्लू घाटी के हर गांव की सत्ता चलती है। देव कृपा का साक्षात उदाहरण रविवार को मनाली के एतिहासिक गांव 8 में देखने को मिला। 42 दिनों के बाद स्वर्ग प्रवास से लौटे कुल्लू घाटी के आराध्य देवों ने आज भविष्यवाणी की। देवता के स्वर्ग प्रवास से आते ही देवालय में बंधी घंटियां खोल दी गई हैं। बंद पड़े रेडिय़ो व टी.वी. भी ऑन हो गए। देवताओं ने गुर के माध्यम से मानव जगत के लिए वर्ष 2020 मिला-जुला बताया। 
स्वर्ग प्रवास से लौटे महाऋषि गौतम, महाऋषि व्यास और कंचन नाग द्वारा रविवार को कुल्लू घाटी के सैंकड़ों लोगों की उपस्थिति में दुनिया भर में होने वाले घटनाक्रम से भी अवगत करवाया गया। भोर होते ही ऐतिहासिक गांव देव वाद्ययंत्रों की दिव्य ध्वनि से गूंज उठा। अपने आराध्य देवों के स्वर्ग प्रवास से लौटने को लेकर उत्सुक ग्रामीणों व देवता के कारकूनों ने श्रद्धापूर्वक विधिवत रूप से देवताओं का स्वागत किया। दोपहर बाद देवता के कारकूनों ने देव वाद्ययंत्रों के बीच देव विधि से कार्रवाई शुरू की। सभी कारकूनों व देवलुओं के देवालय में पहुंचते ही गोशाल गांव का माहौल भक्तिमय हो उठा। कारकूनों व पुजारियों द्वारा पूजा-अर्चना के बाद विधिपूर्वक मृदा लेप को हटाया गया। देवता के गुर व कारकूनों ने देवविधि को पूरा किया। 
मृदा लेप से जहां कुमकुम, फूल, अनाज का छिलका, सेब के पत्ते निकलने से ग्रामीण खुश हुए , वहीं काले बाल व कोयला भी हल्की मात्रा में निकले। देवता ने वर्ष 2020 दुनिया के लिए मिला-जुला बताया। उन्होंने गुर के माध्यम से घाटी में सेब की फसल अच्छी होने से साथ साथ शुभ कार्य अधिक रहने की बात कही। देवता के पुजारी चमन लाल, कारदार हरि सिंह ने बताया कि कुल मिलाकर यह वर्ष सभी के लिये सुखद रहेगा। उन्होंने बताया कि पत्थर व रेत कम मात्रा में निकला है जबकि कुमकुम व सेब के पत्ते अधिक निकले हैं जोकि शुभ संकेत है।
घाटी के आराध्य देव स्वर्ग प्रवास से लौट आए हैं तथा ग्रामीण देव प्रतिबंध से मुक्त हो गए हैं। गांव में खुशी का माहौल है तथा ग्रामीण उत्सव मनाने में व्यस्त हो गए हैं। इस बार कोयला कम निकलने से लोग खुश हैं। गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में कुल्लू घाटी ने आगजनी में बहुत कुछ खोया है। पंचायत प्रधान प्रताप ठाकुर, पूर्व प्रधान वेद राम ठाकुर व पूर्व प्रधान विद्या ठाकुर ने सभी घाटीवासियों को फागली उत्सव की भी शुभकामनाएँ दी।

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