Friday, March 29, 2024
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पोषण परिणामों को बढ़ावा देने के लिए पोषण पखवाड़े की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण- उपायुक्त

शिमला: पोषण अभियान को जन आंदोलन बनाने तथा समाज में पोषण परिणामों को बढ़ावा देने के लिए पोषण पखवाड़े की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह विचार आज उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने पोषण पखवाड़े का शुभारंभ करते हुए सम्बद्ध विभागों के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त कार्यालय के रोजना हाॅल में व्यक्त किए।
उन्होंने बताया कि 21 मार्च से 04 अप्रैल, 2022 तक चलने वाले पोषण पखवाड़े में स्वस्थ भारत के लिए पारम्परिक और आधुनिक संसाधनों का एकीकरण विषय पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उपमण्डलाधिकारियों से वर्चुअल बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं। पखवाड़े के अंतर्गत विभिन्न विभागों के माध्यम से पोषण गतिविधियों को अंजाम दिया जाएगा, जिसके लिए उन्होंने सम्बद्ध विभागांे के अधिकारियों को गतिविधियां संयोजित करने के निर्देश दिए।  
उन्होंने बताया कि पखवाड़े को व्यापकता प्रदान करने के लिए सम्बद्ध विभागों द्वारा आयोजित की जाने वाली गतिविधियां अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसके लिए समन्वय स्थापित कर प्रभावी प्रयास करने आवश्यक है ताकि समाज के पात्र वर्ग को इसका भरपूर लाभ मिल सके।
उन्होंने बताया कि 21 मार्च से 27 मार्च, 2022 तक पखवाड़े के तहत विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों का भार व कद नापने का कार्य किया जाएगा, जिसके तहत जिला के विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों में लगभग 55 हजार नामांकित बच्चे शामिल है।
उन्होंने बताया कि 28 मार्च, 2022 को महिलाओं की जल संरक्षण में भूमिका विषय को शामिल किया गया है, जिसमें जागरूकता शिविर तथा सामुदायिक आधार पर गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। प्रचार सामग्री के माध्यम से जागरूकता तथा ग्राम, पंचायत स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं को शामिल कर जानकारी व जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
29 मार्च, 2022 को जल संरक्षण की आवश्यकता के संबंध में महिलाओं को जागरूकता प्रदान करने के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें समुदाय व संस्थागत आधार पर जल संरक्षण, जल प्रबंधन अभियान विशेष रूप से आंगनबाड़ी केन्द्रों में वर्षा जल संरक्षण ढांचे के निर्माण आदि के संबंध में चर्चा व जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने सरकारी भवनों में चल रही आंगनबाड़ी केन्द्रों में वर्षा जल संरक्षण की समुचित व्यवस्था के संबंध में भी निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि 30 मार्च, 2022 को स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से किशोरियों में एनीमिया के उपचार एवं निवारण विषय पर विभिन्न जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके तहत विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों व अन्य संस्थानों में इस संबंध में गतिविधियां आयोजित की जानी आवश्यक है। इसके अतिरिक्त स्वैच्छिक संस्थाओं के माध्यम से शहरी क्षेत्र की विभिन्न बस्तियों में एनीमिया जागरूकता तथा जमीनी स्तर पर प्रभावितों को सहभागी बनाकर जानकारी प्रदान की जाएगी। इस दौरान एनीमिया जांच शिविरों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एनएसएस व नेहरू युवा केन्द्र के स्वयंसेवियों को पोषण माॅनिटर के रूप में जोड़कर एनीमिया जागरूकता अभियान को और अधिक व्यापक बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2022 को स्कूली बच्चों में एनीमिया के निवारण व उपचार के संबंध में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसके तहत एनीमिया की जांच, ईलाज व वार्ता का आयोजन कर स्कूली स्तर पर बच्चों का एनीमिया ईलाज व निवारण किया जाएगा।  इस संबंध में स्कूल स्तर पर सेमिनार व स्वच्छता शिविरों तथा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के माध्यम से भी छात्रों को जागरूक किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 01 अप्रैल, 2022 को आयुष विभाग के साथ मिलकर एनीमिया निवारण एवं प्रबंधन के संबंध में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें एनीमिया के निवारण के लिए आयुष आधारित खाद्य आदतें एवं आहार विविधता तथा आयुष के माध्यम से एनीमिया निवारण एवं प्रबंधन पर वेबिनार आयोजित किए जाएंगे।
02 व 03 अप्रैल, 2022 को दूर-दराज व ग्रामीण क्षेत्रों में स्वस्थ मां व शिशु के लिए पारम्परिक खाद्य वस्तुओं के संबंध में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें पारम्परिक व ग्रामीण खाद्य वस्तुओं की बनाने की विधि पर कार्यक्रम केन्द्रित किए जाएंगे, जिससे मां व शिशु के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सके। आहार विविधता के तहत पीसे हुए खाद्यान्नों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कार्यक्रम किए जाएंगे।
04 अप्रैल, 2022 को सप्ताह के समापन अवसर पर विभिन्न समापन गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत सभी सम्बद्ध विभाग गंभीरता से कार्य करें।
बैठक में चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एचआर ठाकुर, जिला कल्याण अधिकारी शिमला कपिल शर्मा, जिला आयुर्वेद अधिकारी डाॅ. पवन जयरथ, जिला युवा, सेवा एवं खेल अधिकारी राकेश धौटा, खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी श्रवण कुमार, सीडीपीओ मशोबरा रूपा रानी, सीडीपीओ शिमला शहरी ममता पाॅल, उप-निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा भाग चंद चौहान, उप-निदेशक उच्च शिक्षा अशोक शर्मा शामिल थे।

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