सिरमौर : हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के कालाअम्ब में स्थित उच्च शिक्षण संस्थान हिमालयन इन्स्टीट्यूट के प्रबन्ध निदेशक पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है । शिमला में इसका मामला दर्ज है और लाखों करोडो रूपये की छात्रवृत्ति हड़प जाने का आरोप है।
जानकारी के अनुसार दौ सौ पचास करोड रूपये की एससी व एसटी के लिये दी जाने वाली छात्रवृत्ति घोटाले में इसे अभियुक्त बनाया गया है जिसने कि हाईप्रोफाइल ताल्लुकात व राजनैतिक रसूख रखते हुए छात्रवृत्त्ति के बडे घोटाले को बैंक कर्मियो की मिलीभगत से अंजाम दिया था। इस मामले में बीते दिनों इस शैक्षणिक संस्थान में सीबीआई ने दबिश भी दी थी जिसमें कालेज में प्रयोग किये जाने वाले कम्प्यूटर व उनकी हार्ड डिस्क को काबू कर लिया था,व इस काण्ड से सम्बन्धित काफी दस्तावेज बरामद कर लिये थे। इसके बाद प्रबन्ध निदेशक ने राजनैतिक गोटिया फिट करनी शुरू कर दी थी। हालांकि सीबीआई ने मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है किन्तु अभी तक गिरफ्तार ना होने की सूरत में गवाहो व मुकदमे से जुडे मामलो पर लीपापोती करने में जुटा है। इस मामले में कई बैंक कर्मियो व शिक्षा विभाग के अधिकारियो पर भी मिलीभगत होने के कारण तलवार लटक गयी है।
क्या है पूरा मामला
वर्ष 2013 से 2017 तक सिरमौर के कालाअम्ब स्थित हिमालयन ग्रुप आफ इन्स्टी्टयूट के प्रबन्धको ने संस्थान में गरीब व मजलूम जिसमें कि खासतौर पर दलित समुदाय से सम्बन्ध रखने वाले छात्र व छात्राओ के फर्जी दस्तावेज व आधार नम्बर किन्ही अन्य छात्र छात्राओ के नाम से इस्तेमाल करते हुए बैंक कर्मियो की मिलीभक्त से इस हाई प्रोफाइल गैग ने इस छात्रवृत्ति घोटाले को अंजाम देने मे कोई कसर नही छोडी। यहां तक कि प्रवेश के नाम पर अन्य छात्र छात्राओ के चित्र चस्पा कर घोटाले को अंजाम दिया गया जिसमे कि खास तौर पर राजनैतिक रसूख रखने वाले व हाईप्रोफाइल प्रबन्ध निदेशको के इशारे पर इस फर्जीवाडे को अंजाम दिया गया जो कि हरियाणा से हिमाचल में आकर योजनाबद्ध तरीके से केन्द्रीय सरकार द्धारा दी जाने वाली एससी व एसटी की सुविधाओं में एक झोल व फर्जीवाडा करते हुए करोडो रूपये की लूट कर डाली और गरीबो के पेट पर लात मार दी और गरीब वही के वही रह गये और ऐजुकेशन माफिया ने घोटाले को अंजाम दिया।यहां तक कि देश के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो जो योजनाऐं गरीबो व अल्पसंख्यको के साथ साथ एससी व एसटी के लिए चलाई थी उनमें घोटाला कर इस संस्थान ने गरीबो के साथ भदद्दा मजाक कर अपनी झोली भर ली है ।
जानकारी के अनुसार पता चला है कि संस्थान प्रबन्धक की गिरफ्तारी किसी भी समय हो सकती है ।इस छात्रवृत्ति मामले मेे मुकदमा दर्ज हो चुका है और गिरफ्तारी की तलवार कुछ और लोगों पर भी लटक रही है।