हिमाचल प्रदेश में वानरों की समस्या से निपटने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से किए जा रहे उपायों के अध्ययन के लिए कर्नाटक सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश का दौरा किया। अतिरिक्त प्रधान मुख्य सचिव वन संदीप दवे की अध्यक्षता में कर्नाटक सरकार के इस प्रतिनिधिमण्डल ने हिमाचल के दौरे के दौरान वन विभाग द्वारा किए जा रहे कार्याें का अवलोकन किया तथा जाना कि किस तरह से वानरों की समस्या से निपटने के उपाय किए जाएं।
अतिरिक्त प्रधान मुख्य सचिव रामसुभग सिंह की अध्यक्षता में आज यहां हिमाचल प्रदेश वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्नाटक के अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई। संदीप दवे ने अवगत करवाया कि कर्नाटक में भी वानरों की समस्या है और वे हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों को अपनाने पर विचार करेंगे। इस बैठक में प्रधान मुख्य अरण्यपाल अजय कुमार और प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन्य प्राणी डाॅ. सविता ने भी भाग लिया। डाॅ. सविता ने हिमाचल प्रदेश में वानरों की संख्या को कम करने के लिए किए जा रहे कार्यों पर एक विस्तृत प्रस्तुति भी दी।
कर्नाटक के प्रतिनिधिमण्डल ने बाद में टूटीकण्डी स्थित वानर नसबन्दी केन्द्र का भी दौरा किया तथा वानर नसबन्दी के दौरान किए जाने वाले सभी पहलुओं को जाना। प्रतिनिधिमण्डल ने हिमाचल प्रदेश वन्य प्राणी प्रभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की तथा कहा कि वे भी इस दिशा में अपने राज्य में कार्य करेंगे।
मुख्य अरण्यपाल अनिल ठाकुर, सुशील काप्टा तथा आर.के गुप्ता भी इस अवसर पर उपस्थित थे।