Friday, March 29, 2024
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गोविंद ठाकुर ने किया तीन दिवसीय 8वीं अखिल भारतीय राफ्टिंग चैम्पियनशिप का शुभारंभ

रेणुका गौतम
11 राज्यों के 200 से अधिक खिलाड़ी ले रहे भाग
कुल्लू : तीन दिवसीय राष्ट्रीय राफ्टिंग चैम्पियनशिप आज कुल्लू के समीप पीरड़ी में शुरू हुई। शिक्षा व भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने चैम्पियनशिप का विधिवत उद्घाटन किया। चैम्पियनशिप में देश के विभिन्न 11 राज्यों के 200 से अधिक पुरूष व महिला खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। समापन 23 सितम्बर को होगा। चैम्पियनशिप का आयोजन हि.प्र. कायकिंग एवं कैनोईंग एसोसियेशन द्वारा जिला रिवर राफ्टिंग एसोसियेशन के सहयोग से किया गया है। चैम्पियनशिप को पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा प्रायोजित किया गया है।
खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए गोविंद ठाकुर ने कहा कि जिला के लिये यह गौरव की बात है कि यहां चार सालों में दूसरी बार यह चैम्पियनशिप करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता जिला के युवाओं को राफ्टिंग जैसे साहसिक खेल के लिये प्रेरित करने का काम करेगी और अधिक से अधिक युवा इस क्षेत्र में आकर अपना रोजगार भी अर्जित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि जिला में ब्यास की लहरें राफ्टिंग जैसे खेल के लिये आकर्षित करती हैं और यहां हर साल हजारों सैलानी इस खेल का अनुभव और आनंद लेते हैं। उन्होंने कहा कि चैम्पियनशिप से खले को बढ़ावा मिलने के साथ प्रधानमंत्री की एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को भी बल मिलता है। हमारे देश की अनेकता में एकता की विशेषता है।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि कुल्लू-मनाली की वादियां काफी खूबसूरत और साहसिक पर्यटन के लिये मशहूर है। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी इन वादियों में आकर चिंतन व मनन तथा काव्य पाठ किया करते थे। अत्याधुनिक अटल टनल रोहतांग उन्हीं की सोच का नतीजा है जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 3 अक्तूबर 2020 को राष्ट्र को सौंप करके प्रदेश के लिये एक बहुत बड़ी सौगात दी है। अटल टनल का हर कोई दीदार करना चाहता है। इससे जिला के पर्यटन में गुणात्मक वृद्धि हुई है। उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों से आए प्रतिभागियों से भी अटल टनल रोहतांग को देखने की अपील की।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस प्रकार की साहसिक खेलों को हर व्यक्ति नहीं कर सकता और एक सुनियोजित प्रशिक्षण की आवश्यकता रहती है। इस खेल में सुरक्षा के भी अच्छे प्रबंध करने के लिये उन्होंने आयोजकों से कहा ताकि किसी प्रकार की अनहोनी की आशंका न रहे और प्रदेश से बाहर एक अच्छा और स्वस्थ संदेश जाए। उन्होंने कहा कि साहसिक खेलों के लिये जिला का वातावरण काफी अनुकूल है। यहां रिवर राफ्टिंग, पैरा ग्लाईडिंग, स्कीइंग, रॉक क्लाईबिंग जैसी साहसिक गतिविधियां बड़े पैमाने पर की जाती है जिससे हजारों युवाओं को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा हालांकि सरकारी नौकरियों में खिलाड़ियों के लिये तीन प्रतिशत का आरक्षण प्रदान किया गया है, लेकिन यदि युवा अपने उद्यम स्थापित करें तो बहुत से अन्य युवाओं के लिये भी रोजगार प्रदाता बन सकते हैं।
उपायुक्त एवं जिला राफ्टिंग एसोसियेशन के अध्यक्ष आशुतोष गर्ग ने खिलाड़ियों का आह्वान किया कि वे खेल को खेल की भावना के साथ खेंले और यहां की सुंदर वादियों का लुत्फ उठाए। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार की साहसिक खेल प्रतियोगिताओं को जिला में करवाने के प्रयास किये जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश कायकिंग एवं कैनोईंग एसोसियेशन के महासचिव डॉ. पी.एस. गुलेरिया ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इसी वर्ष हिमाचल प्रदेश में तीसरी साहसिक चैम्पियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां बाहरी राज्यों से आए खिलाड़ियों के लिये एक उपयुक्त माहौल उपलब्ध रहता है और जिला प्रशासन व सरकार के सहयोग से इस प्रकार की प्रतियोगिताएं करवाने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं आती।
युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के अतिरिक्त निदेशक मोहन लाल शर्मा, अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के निदेशक अविनाश नेगी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुनयना शर्मा के अलावा एसोसियेशन के पदाधिकारियों में ईशान अखतर, नवीन, गिमनार सिंह, दिनेश सिंह, प्रो. गौरव सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।

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