शिमला : हिमाचल में बच्चो के एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगी करने लगे है । बिहार और यूपी में बैठे यह साईबर शातिर शांत स्कूलो में एडमिशन लेने वाले बच्चों के अभिभावकों को निशाना बना रहे है । अभिभावकों को साईबर शातिरो की तरफ से प्रलोभन दिया जा रहा है कि बच्चे की स्कूल में एडमिशन करवानी है तो पहले पैसे अकाउंट में डालो और आपके बच्चे की एडमिशन हो जाएगी । कुछ इस तरह से साईबर शातिर अभिभावकों को फोन कर ठगी करने का प्रयास कर रहै है । पुलिस ने एडवायजरी जारी की है कि इस तरह की फोन कॉल से सावधान रहें। पहली बार ठग 10 से 20 हजार अकाउंट में डालने को कहेगा फिर डिमांड बढ़ती जाएगी। अंतत: न एडमिशन होगी न पैसे मिलेंगे पर एफआईआर दर्ज करवाने जरूर जाना पडऩा। ऐसा ही केस पुलिस के पास भी आ चुका है , जिसमे साईबर शातिर ने एडमिशन के नाम पर अभिभावक से पैसो की मांग कर ठगी की है । पुलिस की जांच में साईबर शातिर का
फोन बिहार का तथा खाता यूपी का पाया गया है। पुलिस ने अपील की है कि इस तरह की ठगी से स्वयं भी सतर्क रहे तथा दूसरों को भी जागरुक करें । यहा बता दे कि साईबर शातिर फेसबुक प्रोफाइल पर भी साईबर शातिरो की नजर है । फेसबुक का इस्तमाल संभल कर करे । साईबर शातिर आपकी फेसबुक प्रोफाइल को हैक कर आपके नाम से ठगी कर सकते है।चूकिं साइबर शातिरों ने आम आदमी को अपने जाल में फंसाने के लिए ठगी का नया तरीका ढूढ़ निकाला है। शातिर हैकर फेसबुक
प्रोफाइल हैक कर मसैंजर के माध्यम से संबंधित व्यक्ति की फेसबुक फ्रैं ड्स लिस्ट में शामिल दोस्तों और रिश्तेदारों को इमोशनल मैसेज भेजते है। मैसेज के माध्यम से शातिर किसी से खुद के दुर्घटना में घायल होने तो किन्हीं से बच्चे के आईसीयू में भर्ती होने के नाम पर तत्काल उधार के तौर पर पैसों की मांग करते हैं। ऐसे में कुछ व्यक्ति बिना सूचना जुटाए या संपर्क किए अपने दोस्त की हैक हो चुकी फेसबुक प्रोफाइल से आए मैसेज के आधार शातिरों द्वारा दिए गए ई-वालैट या अकांउट में पैसे डाल देते है और ठगी का शिकार हो जाते है। साईबर पुलिस की जांच में कुछ ऐसा ही सामने आ रहा है । राज्य साइबर पुलिस थाना को ऐसी लगातार शिकायत भी मिल रही है।
फर्जी तरीके से न्यू प्रोफाइल बना रहे
साईबर पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि साइबर क्रिमिनल किसी की भी फेसबुक प्रोफ ाइल से उसकी फ ोटो डाउनलोड करके एक न्यू प्रोफाइल बना देते है और फिर उसके माध्यम से उन्हीं लोगो के फ्रें ड रिक्वेस्ट भेजी जाती है, जो उसकी ओरीजनल प्रोफाइल में शामिल है। ऐसे में कुछ लोग प्रोफाइल को असली समझ कर फ्रें ड रिक्वेस्ट स्वीकार कर लेते है। उसके बाद साइबर क्रिमिनल द्वारा फ्रें ड लिस्ट में ऐड लोगों से पर्सनल चैट कर मैसेंज भेजते है और लोगों को अपने जाल मेंं फंसा बड़े फ्रॉड को अंजाम देते है।
साइबर अपराधियों के निशाने पर सैनिक स्कूल
देश को बाहरी दुशमनों से सुरक्षित रखने वाली सेना के बच्चों के स्कूलों में अब आतंरिक दुशमनों की सेंध लग चुकी है। दरअसल साइबर क्राइम की दुनिया में सक्रिय जालसाजों ने हिमाचल के एकमात्र सैनिक स्कूल सुजानपुर में सेंध लगाई है। साइबर क्राइम की दुनिया में सक्रिय इन जालसाजों ने सैनिक स्कूल सुजानपुर का आतंरिक डाटा हैक कर उन अभिवावकों से संपर्क साधा है, जिनके बच्चों ने सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा दी थी।