कुल्लू रिपोर्टर – रेणुका गौतम
कुल्लू : जिला में बहुत समय से रंग मंच के क्षेत्र में कार्यरत एक्टिव मोनाल कल्चर एसोसिएशन संस्था को बीते दिनों शिमला में भाषा एवं कला संस्कृति विभाग के द्वारा उत्कृष्ट स्वैच्छिक संस्था के पुरस्कार से सम्मानित किया गया । संस्था के अध्यक्ष केहर सिंह ने मीडिया को बताया कि नाट्य शास्त्र में भी अष्टांग योग का वर्णन किया गया है और 8 सूत्रों में नाट्य कला की कई बारीकियों से भी अवगत करवाया गया है। ऐसे में संस्था अब महर्षि पतंजलि के द्वारा लिखित अष्टांग योग को रंगमंच के जोड़ा रही है, ताकि अष्टांग योग के माध्यम से बेहतर कलाकार पैदा हो सकें और कला के क्षेत्र में अपना योगदान दे सके। केहर सिंह का कहना है कि शिमला के गेयटी थिएटर में 29 जनवरी को अकादमी द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में शिक्षा, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविन्द ठाकुर के हाथों प्रदान किया गया। संस्था के सभी कलाकार इस सम्मान प्राप्ति से उत्साहित हैं। संस्था के अध्यक्ष केहर सिंह ठाकुर ने बताया कि संस्था रंगमंच में 23 सालो से काम कर रही हो और संस्था से जुड़े कई कलाकार आज विभिन्न फिल्मों और नाटकों में भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि साल 1998 में कुल्लू के कुछ शौक़िया युवा रंगकर्मियों ने हिमाचल की लोक संस्कृति तथा लोकनाट्यों को समकालीन रंगमंच के साथ एक सूत्र में पिरोने और हिमाचल की रंग परम्पराओं तथा रंगशेलियों को वर्तमान संदर्भ में प्रस्तुत करने के साथ साथ प्रदेश के उभरते कलाकारों को मंच प्रदान करने के उदेश्य से संस्था का गठन किया। आज संस्था के द्वारा प्रदेश व देश के विभिन्न हिस्सों में नाटकों की प्रस्तुतियां दी जाती है, जिन्हें दर्शकों के द्वारा बहुत पसंद भी किया जा रहा है ।