रेणुका गौतम
मनाली : क्षेत्र की निकटवर्ती ग्राम पंचायत शलीण के गांव पारशा का अदभुत झरना अब देश-विदेश के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा। वन, परिवहन, युवा सेवाएं और खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के निर्देशानुसार वन विभाग ने इसे नई खूबसूरत ईको टूरिजम साइट के रूप में विकसित किया गया है। गोविंद सिंह ने शनिवार को गांव पारशा से उक्त झरने तक बने लगभग 750 मीटर मार्ग और झरने के आसपास पुलिया सहित अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का उदघाटन किया।
पारशा में जनसभा को संबोधित करते हुए गोविंद सिंह ने कहा कि अब देश-विदेश के पर्यटक गांव के झरने की ओर खिंचे चले आएंगे।उन्होंने बताया कि वन विभाग द्वारा लगभग 22 लाख रुपये की लागत से इस झरने को एक नई इको टूरिज्म साइट के रूप में विकसित किया गया है। और भविष्य में यहां विभिन्न सुविधाओं के विस्तार के लिए पर्याप्त धनराशि का प्रावधान भी किया जाएगा। वन मंत्री ने बताया कि बरौड़-शलीण-पारशा सड़क के लिए चार करोड़ का बजट मंजूर किया गया है। उन्होंने गांव वासियों से आग्रह किया कि वे सड़क को चौड़ा करने और पार्किंग के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध करवाएं। वन मंत्री ने कहा कि जमीन उपलब्ध होने पर पारशा में पार्किंग और जंजघर का निर्माण किया जाएगा। तो साथ ही उन्होंने जंजघर के लिए पांच लाख रुपए, क्षेत्र के चार महिला मंडलों को दस-दस हजार रुपए और युवक मंडलों को खेलों का सामान देने की घोषणा भी की।
उन्होंने कहा कि वनों को आग और अवैध कटान से बचाने तथा अधिक से अधिक पौधारोपण के लिए आम लोगों को आगे आना चाहिए। तो साथ ही सड़क दुघर्टनाओं को रोकने के लिए यातायात नियमों का पालन करने की अपील भी की।
कार्यक्रम में एसडीएम रमन घरसंगी, वन अरण्यपाल अनिल शर्मा, ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के निदेशक अजीत ठाकुर, जिला पर्यटन विकास अधिकारी बीसी नेगी, डीएफओ नीरज चड्ढा, डीएसपी शेर सिंह और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।