पढ़ाई के साथ खेलकूद गतिविधियों को मिलेगा अतिरिक्त समय, नए सत्र से शैक्षणिक दिवस बढ़ाने की तैयारी
नए शैक्षणिक सत्र से स्कूलों में कई तरह के बदलाव होंगे। स्कूलों में नए सत्र से शैक्षणिक दिवस को बढ़ाया जाएगा। अभी स्कूलों में 180 शैक्षणिक दिवस हैं, इन्हें 220 करने की तैयारी चल रही है। इस बारे में खुद शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर भी कह चुके हैं कि इस बार शैक्षणिक दिवस को बढ़ाए जाने पर विचार चल रहा है। वहीं शिक्षा विभाग की ओर से इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जा चुकी है, इसे कैबिनेट की मंजूरी मिलना बाकी है। प्रदेश सरकार का कहना है कि स्कूलों में शैक्षणिक दिवस बढ़ाने का मकसद यह है कि छात्रों को पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियां के लिए भी समय मिल जाए। देखने में आता है कि स्कूलों में 180 दिन का शैक्षणिक कैलेंडर नाकाफी रहता है।
बच्चे पढ़ाई में ही पूरा साल व्यस्त रहते हैं और उन्हें खेलकूद जैसी अतिरिक्त गतिविधियों के लिए समय ही नहीं मिल पाता है। इस साल बजट में भी खेल के लिए एक अलग दिन तय किए जाने की बात कही गई है। ऐसे में हर साल बच्चों को एक्सट्रा एक्टिविटी के लिए 20 से 30 दिन मिल जाएंगे और उनकी पढ़ाई भी बाधित नहीं होगी।
स्कूलों में 52 दिन की रहती हैं छुट्टियां
स्कूलों में 52 दिन की छुट्टियां होती हैं। शीतकालीन स्कूलों में सर्दियों की अधिक छुट्टियां होती हैं, जबकि ग्रीष्मकालीन स्कूलों में बरसात के दौरान अधिक छुट्टियां होती हैं। इसके अलावा त्योहारों सहित सर्दियों, बरसात में कुछ और छुट्टियां श्रेणीवार शीत एवं ग्रीष्मकालीन स्कूलों में होती हैं। इन छुट्टियों में अभी कटौती करने का प्रस्ताव नहीं है। अगर खेल और अन्य गतिविधियों के दिनों को कम करने के बाद भी पर्याप्त अध्ययन दिवस नहीं बढ़े तो छुट्टियों को लेकर सरकार अंतिम फैसला लेगी। अगर इनमें संशोधन करने से अध्ययन दिवस नहीं बढ़े तो दूसरे प्रस्ताव में छुट्टियों को कम करने की सिफारिश की जा रही है ताकि खेल गतिविधियों के लिए भी छात्रों को समय मिले।