सोलन : सोलन स्थित शूलिनी यूनिवर्सिटी, सिर्फ 9 साल पुरानी होने के बावजूद हिमाचल प्रदेश की एक प्रमुख निजी यूनिवर्सिटी के तौर पर उभरी है और इस साल नए दाखिलों में 20 प्रतिशत से अधिक की बढ़त दर्ज की गई है।
आज यहां एक मीडिया कॉन्फ्रेंस में मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए वाइस चांसलर प्रो.पी.के. खोसला ने कहा कि दाखिलों में होती वृद्धि यूनिवर्सिटी की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि वृद्धि इस तथ्य के बावजूद है कि बी.टेक. और बी. फार्मेसी को छोडक़र सभी पाठ्यक्रमों के प्रवेश अगस्त के अंत तक जारी रहेंगे। यूनिवर्सिटी इन दो प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों में प्रवेश 15 अगस्त को बंद कर देगी। ऐसे में दाखिलों में बढ़ोतरी और भी अधिक हो सकती है। प्रो खोसला ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने योग्य छात्रों के लिए स्कॉलरशिप्स के लिए 1.5 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। वाइस चांसलर ने कहा कि यूनिवर्सिटी देश में विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटीज में से एक आंकी गई है और यूनिवर्सिटी लगातार इस दिशा में आगे बढ़ रही है।
एनआईआरएफ रैंकिंग
प्रो.खोसला ने कहा कि हाल के दिनों में आयोजित कई रैंकिंग ने शूलिनी यूनिवर्सिटी को शीर्ष निजी यूनिवर्सिटीयों की सूची में स्थान मिला है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी को पिछले तीन वर्षों से लगातार नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) द्वारा लगभग 900 यूनिवर्सिटीयों में शीर्ष 15 प्रतिशत के बीच स्थान दिया गया है। इस रैंकिंग को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रदान किया जाता है।
शूलिनी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो.पी.के.खोसला ने कहा कि आधिकारिक भारतीय रैंकिंग अनुसंधान के लिए केवल 30 प्रतिशत अंक देती है, जबकि वैश्विक मानकों के अनुसार शिक्षण संस्थानों द्वारा किए गए शोध के लिए 60 प्रतिशत अंक आबंटित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘इसीलिए हम आश्वस्त हैं कि हम 2022 तक शीर्ष 200 वैश्विक संस्थानों में स्थान पाने के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे।’’
प्लेसमेंट में यूनिवर्सिटी की भूमिका
यूनिवर्सिटी के अथक प्रयासों से कई विषयों में लगभग 100 प्रतिशत प्लेसमेंट हुए हैं, यहां तक कि प्रमुख भारतीय और मल्टी-नेशनल कंपनियों (एमएनसी) ने अपनी एचआर टीमों को प्रतिभाओं को चुनने के लिए भेजा है। प्रो.खोसला ने कहा कि औसत पैकेजों की पेशकश 5 लाख रुपए से लेकर 6 लाख रुपए प्रति वर्ष तक है। इस साल 15 लाख रुपए का उच्चतम सीटीसी पैकेज हमारे स्टूडेंट आशीष सैनी ने एमएनसी हिल्टी से प्राप्त किया है।
ईएलईटीएस रैंकिंग 2019 द्वारा यूनिवर्सिटी की इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी को भारत के शीर्ष 30 निजी इंजीनियरिंग संस्थानों में स्थान दिया गया है। वाइस चांसलर ने कहा कि यूनिवर्सिटी का ध्यान योग्य स्टूडेंट्स के लिए 100 प्रतिशत प्लेसमेंट प्राप्त करने पर है। हम सिर्फ कुछ स्टूडेंट्स को असाधारण तौर पर हाई पैकेज प्राप्त करने पर ध्यान केन्द्रित नहीं करते हैं बल्कि सभी के लिए प्लेसमेंट के लिए अधिक प्रयास करते हैं।
यूनिवर्सिटी का मैनेजमेंट प्रोग्राम, जिसे केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा की गई एनआईआरएफ रैंकिंग के अनुसार देश में 65वां स्थान मिला है, पहले ही 100 प्रतिशत प्लेसमेंट दर्ज कर चुका है। फार्मेसी, 39 वें स्थान पर, पहले से ही फाइनल ईयर 95 प्रतिशत स्टूडेंट्स को अलग अलग कंपनियों में प्लेसमेंट प्राप्त हो चुकी है।
स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम
यह बताते हुए कि यूनिवर्सिटी ने दुनिया भर के लगभग 250 यूनिवर्सिटीयों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं, वाइस चांसलर ने कहा कि वर्तमान में 50 से अधिक स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के भाग के रूप में विदेशों में स्थित यूनिवर्सिटीयों में स्टडी कर रहे हैं। इसी तरह, उन्होंने कहा कि शूलिनी यूनिवर्सिटी में काफी संख्या में विदेशी स्टूडेंट पढ़ रहे हैं। विदेश में अध्ययन करने वाले कई स्टूडेंट विदेश में आगे की पढ़ाई के लिए पूरी तरह से फंडेंड डॉक्टरेट स्कॉलरशिप को प्राप्त करने में सक्षम हैं।