मानसून सत्र का दूसरा दिन भी चढ़ा हंगामें की भेंट
शिमला :विधानसभा में ऊना के विधायक सतपाल रायजादा के स्टाफ पर हुई कार्यवाही को गलत बताते हुए विपक्ष दो दिन से एस पी को हटाने की मांग पर अड़ा हुआ है l विधानसभा में कांग्रेस विधायकों के हंगामे के बाद सीएम जयराम ठाकुर ने विधायक पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए विपक्ष की मांग का निस्तारण करते हुए कहा की इस मामले की जांच अब ऊना एसपी नहीं बल्कि यह जांच सीआइडी टीम की निगरानी में करेगी।
इस दौरान एसपी का कोई भी दखल इस जांच में नहीं रहेगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में कहा की इस जांच के दौरान यदि एसपी दोषी पाया जाता है तो उनका तबादला कर विभागीय जांच करवाई जाएगी। यह जांच 15 दिन में पूरी की जाएगी।
विधानसभा का मानसून सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने विधायक स्टाफ खिलाफ मामले को लेकर एसपी ऊना को सस्पेंड या ट्रांसफर करने की मांग की है। कांग्रेस विधायक किसी और को सुनने के बजाये अंत तक एस पी ऊना को हटाये जाने की मांग करते रहे और उन्होंने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी है और सदन की कार्यवाही को नही चलने दिया गया l विपक्ष की नारेबाजी में सीपीआइएम विधायक राकेश सिंघा ने भी कांग्रेस विधायकों के साथ नारेबाजी में पूरा सहयोग दिया और उसके बाद तबादले की मांग पर कांग्रेस ने सदन से वाकआउट किया। चार बजे के करीब सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
रायजादा के मामले में सदन से वॉकआउट करने वाले माकपा विधायक राकेश सिंघा बरसात से हुए नुकसान को लेकर चर्चा में भाग लेने अकेले सदन में लौटे। उन्होंने कहा राष्ट्रीय आपदा घोषित कर केंद्र से मदद मांगी जाए। उन्होंने कहा प्रदेश के पास इतने संसाधन नहीं हैं कि लोगों की मदद की जा सके।