मिलिट्री स्कूल चायल के नाम से जाना जाने लगा। अब यह विद्यालय 25 जून 2007 से राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, चायल के रूप में प्रसिद्ध है। यहां कैडेट्स को रक्षा सेवाओं में प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के साथ-साथ केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, नई दिल्ली के तहत वरिष्ठ विद्यालय प्रमाणपत्र शिक्षा (10+2) योजना की पढ़ाई भी कराई जाती है।
विद्यालय के प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों में परमवीर चक्र से सम्मानित कैप्टन जीएस सलारिया (मरणोपरांत), मिलिट्री क्रॉस विजेता मेजर जनरल सिरी कांत कोरला, महावीर चक्र, वीर चक्र और कीर्ति चक्र विजेता लेफ्टिनेंट जनरल जोगिंदर सिंह घरया, महावीर चक्र विजेता ब्रिगेडियर राय सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल रणजीत दयाल और लेफ्टिनेंट जनरल आनंद सरूप शामिल हैं। इसके अलावा, कई पूर्व छात्र कीर्ति चक्र, वीर चक्र और शौर्य चक्र से सम्मानित हैं।
सशस्त्र बलों के अलावा, विद्यालय के पूर्व छात्रों ने राज्यपाल और उप-राज्यपाल जैसे संवैधानिक पदों पर भी अपनी पहचान बनाई है। इसके पूर्व छात्रों ने पर्वतारोहण, चिकित्सा, इंजीनियरिंग, उद्यमिता, मीडिया, व्यापार, कानून और प्रशासनिक क्षेत्रों में भी अपनी पहचान स्थापित की है।