कहा शिव धाम के निर्माण से प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को मिलेगी नई ऊंचाई
रेणुका गौतम, कुल्लू: “प्रदेश प्रदेश में पूर्व भाजपा सरकार ने धार्मिक पर्यटन को विकसित करने के लिए वर्क्स प्रयास किए है। जिसके चलते ज़िला मंडी में शिव धाम का निर्माण किया जाना सुनिश्चित हुआ था। लेकिन शिव धाम को लेकर मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद प्रतिभा सिंह का बयान सहमति के योग्य नहीं है। सांसद का कहना है कि मंडी में शिव धाम की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है।” यह बात जिला मुख्यालय कुल्लू ढालपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए मंडी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के पूर्व में प्रत्याशी रहे एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रिटायर्ड ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर ने कही।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में काशी धाम बनाया गया। इसके अलावा उज्जैन में भी महाकालेश्वर के नाम से धार्मिक पर्यटन को विकसित किया गया है। ऐसे में मंडी में शिवधाम बनाया जाना कोई आपत्ति का विषय नहीं है। रिटायर्ड ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भी धार्मिक पर्यटन को उभारने की आवश्यकता को ध्यान में रखकर ही मंडी के शिवधाम के लिए 250 करोड़ रुपए का भी प्रावधान किया गया था।
उन्होंने कहा कि सर्वविदित है कि मंडी छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध है। क्योंकि यहां पर काशी के बाद भगवान शिव के सबसे अधिक मंदिर है। वही मंडी में शिव धाम में 12 ज्योतिर्लिंगों की भी स्थापना की जानी थी। ऐसे में हिमाचल प्रदेश के लोगों के अलावा बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह एक दर्शनीय स्थल के रुप में उभर सकता था। अब कांग्रेस सरकार को शिवधाम के बचे हुए कार्य को भी पूरा करने में कोताही नहीं बरतनी चाहिए। क्योंकि ये कदम प्रदेश के पर्यटन को नई बुलंदियों पर निश्चित तौर से ले जाएगा।