सोलन : आइडियाज दैट मैटर, शूलिनी की आउटरीच टीम और फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज एंड लिबरल आर्ट्स (एफएमएसएलए) द्वारा संयुक्त रूप से होस्ट किया गया, क्यूरियोसिटी 2021 को एक भव्य वर्चुअल उद्घाटन समारोह के माध्यम से लॉन्च किया गया। क्यूरियोसिटी 2021 में दुनिया भर में 35,000 से अधिक छात्रों वाले 500 से अधिक स्कूल भाग ले रहे हैं, जिससे यह स्कूली स्टूडेंट्स के लिए सबसे बड़ी इंटरनेशनल क्विज प्रतियोगिता बन गई है। उद्घाटन कार्यक्रम की शुरुआत शूलिनी यूनिवर्सिटी की ट्रस्टी और वाइस प्रेसिडेंट अवनी खोसला के संबोधन से हुई, जिन्होंने इस एक महीने की लंबी क्विज प्रतियोगिता का हिस्सा बनने के लिए सभी स्कूलों और छात्रों का स्वागत किया। इसके बाद शूलिनी यूनिवर्सिटी के संस्थापक और चांसलर प्रोफेसर डॉ.प्रेम कुमार खोसला, शूलिनी यूनिवर्सिटी की प्रेसिडेंट सरोज खोसला और शूलिनी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर अतुल खोसला द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया गया।
प्रोफेसर पीके खोसला ने टीम आइडियाज दैट मैटर और एफएमएसएलए टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा, ‘‘क्यूरियोसिटी 2021 के आयोजन के 11वें वर्ष में इस क्षण आपके साथ रहना मेरी खुशी है, जिसकी मजबूत नींव और एकेडमिक वैल्यू हैं। छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों का स्वागत करते हुए, प्रो.अतुल खोसला ने कहा कि ‘‘मैं समझ सकता हूं कि क्विज कितना रोमांचक हो सकता है और इसमें आपके जीवन को बदलने की क्षमता है। क्यूरियोसिटी 2021 में इस साल कुछ रोमांचक टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है। इसके साथ ही विजेताओं को शानदार पुरस्कारों के अलावा बहुत सी नई चीजें और सबसे बढ़कर ऐसे प्रश्न जो आपकी कल्पना और उन ग्रे सेल्स को गुदगुदाएंगे। मैं इस रोलर कोस्टर राइड में सभी का स्वागत करता हूं।’’
आधिकारिक उद्घाटन के बाद, शूलिनी यूनिवर्सिटी में मैनेजमेंट साइंसिज और लिबरल आर्ट्स के प्रोफेसर और एमबीए विभाग के प्रमुख डॉ. कुलदीप रोझे ने इस वर्ष किए गए नए और तकनीकी परिवर्तनों पर जोर देते हुए क्विज की दशक भर लंबी यात्रा पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि महामारी के समय के अनुकूल होना और इस तरह क्विज में रुचि रखने वाले सभी छात्रों के लिए प्रश्नोत्तरी सुलभ बनाना है।
उद्घाटन समारोह का समापन करते हुए, हैड ऑफ आउटरीच शिखा सूद ने कहा कि ‘‘क्विज खत्म करने के बाद कुछ अद्भुत उपहार भी हैं, लेकिन एक बार पूरा करने के बाद यह आश्चर्य आपके लिए है। हमसे जुड़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद।’’