सोलन
शूलिनी यूनिवर्सिटी में बेलेट्रिस्टिक शूलिनी लिटरेचर सोसाइटी द्वारा एक पुस्तक चर्चा का आयोजन किया गया। सुमन शर्मा, प्रबंध निदेशक ए.के. इंटरनेशनल स्कूल सरकाघाट से सत्र के मुख्य वक्ता थी । उन्होंने अपने पसंदीदा लेखक खालिद हुसैनी और उनकी कृतियों द काइट रनर और ए थाउजेंड स्प्लेंडिड सन्स का उल्लेख किया। प्रो. मंजू जैदका ने कार्यक्रम की शुरुआत की और डॉ. नवरीत साही ने लेखक का दर्शकों से परिचय कराया।
सुमन ने लेखक, उनकी पृष्ठभूमि, उनके विषयों और कैसे, इन दो पुस्तकों के माध्यम से, अफगानिस्तान के सार को छूने में कामयाबी हासिल की, इस पर चर्चा की। उन्होंने पिछले कई दशकों में देश को परेशान करने वाले और लोगों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करने वाले मुद्दों से प्रभावी ढंग से निपटा है। हसन के चरित्र के माध्यम से, वह देश के लोगों के प्यार, मासूमियत और वफादारी को उजागर करने में सफल रहे हैं। ए थाउजेंड स्प्लेंडिड सन्स के माध्यम से लेखक समाज के हाशिए पर पड़े तबके यानी महिलाओं को आवाज देने की कोशिश करता है।डॉ. साही और श्रीमति सुमन ने बातचीत के प्रारूप में चर्चा जारी रखी। वाद-विवाद के दौरान प्रो. तेज नाथ धर, प्रो. मंजू जैदका, नासिर, डॉ. पूर्णिमा बाली और नीरज पिज़ार ने भी योगदान दिया। यह एक दिलचस्प कार्यशाला थी, और छात्रों ने भी इसका आनंद लिया। डॉ. पूर्णिमा बाली ने धन्यवाद ज्ञापन किया।