Saturday, July 27, 2024
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37 प्रतिशत तक बढ़ाया जाएगा वन आवरण: गोविंद सिंह

रेणुका गौतम
वन मंत्री ने गुलाबा से किया 5 दिवसीय पौधारोपण अभियान का शुभारंभ
35 लाख रुपये से बनने वाली प्रकृति वाटिका का भी किया शिलान्यास
कुल्लू
: वन, परिवहन, युवा सेवाएं व खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश के वन आवरण को बढ़ाकर 37 प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है और इस लक्ष्य हो हासिल करने के लिए वन विभाग एक सुनियोजित रणनीति के तहत कार्य कर रहा है। वन मंत्री शनिवार को मनाली के निकट गुलाबा में लगभग 35 लाख रुपये की लागत बनने वाली प्रकृति वाटिका के शिलान्यास और जिला स्तरीय वन महोत्सव के शुभारंभ के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के कुल क्षेत्रफल में से 66 प्रतिशत वन भूमि है और राज्य का वन आवरण कुल 27.12 प्रतिशत है। प्रदेश का 15,100 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र जंगलों से ढका है। इसमें से 3110 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में घने जंगल हैं, जबकि 6705 वर्ग किलोमीटर में कम घने जंगल हैं। 5285 वर्ग किलोमीटर खुले जंगल है। वन विभाग इस क्षेत्र को घने जंगलों में बदलने के लिए तेजी से कार्य कर रहा है। इसी कड़ी में 20 से 24 जुलाई तक प्रदेश भर में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत लगभग 9000 हैक्टेयर भूमि पर 25 लाख पौधे लगाए जाएंगे। पिछले वर्ष भी इसी अभियान के तहत लगभग साढे 17 लाख पौधे लगाए गए थे जिनमें से करीब 70 प्रतिशत यानि लगभग 13 लाख पौधे सुरक्षित हैं। पौधों की यह सफलता दर बहुत अच्छी है। वन मंत्री ने बताया कि यह पौधारोपण अभियान सुनियोजित ढंग से चलाया जा रहा है और रोपण के बाद पौधों की रक्षा एवं देखभाल सुनिश्चित करने के लिए आम लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। प्रदेश भर में पौधारोपण के लिए लगभग 670 स्थान चिह्नित किए गए हैं और इन स्थानों पर पौधारोपण अभियान से पहले ही गड्ढे खोदे गए हैं तथा उचित बाड़बंदी भी सुनिश्चित की जा रही है।
गोविंद सिंह ने कहा कि भारत में जल, जंगल और जमीन की पूजा की जाती है और पेड़-पौधों का संरक्षण हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है। उन्होंने कहा कि वनों के संरक्षण और अधिक से अधिक पौधारोपण में आम जनता का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। वन विभाग का यह अभियान आम लोगों के सहयोग के बगैर कामयाब नहीं हो सकता है। इसलिए हर नागरिक को इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास की दौड़ में जंगलों का संरक्षण एक बहुत बड़ी चुनौती है। वन न केवल हमें स्वच्छ वातावरण देते हैं, बल्कि पर्यटन उद्योग को बल प्रदान करते हैं तथा जमीन का संरक्षण भी करते हैं।
गुलाबा में प्रकृति वाटिका के निर्माण की चर्चा करते हुए गोविंद सिंह ने बताया कि इस वाटिका में विभिन्न प्रजातियों के पेड़ लगाने के साथ-साथ पर्यटकों के लिए कई सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। यह वाटिका कारगिल युद्ध के शहीदों को समर्पित की जाएगी, क्योंकि कारगिल युद्ध के समय भारतीय सैनिक गुलाबा के रास्ते ही सरहद के लिए रवाना हुए थे।
इस अवसर पर सड़क सुरक्षा का भी संदेश देते हुए गोविंद सिंह ने कहा कि प्रतिवर्ष देशभर में लाखों लोग सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। इनमें से 90 प्रतिशत युवा होते हैं तथा एक अध्ययन के अनुसार 90 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं नशे या मानवीय गलती के कारण ही होती हैं। इसलिए युवाओं को वाहन चलाते समय विशेष ऐहतियात बरतनी चाहिए। उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों नशे से दूर रखने तथा सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की अपील भी की।
इस मौके पर प्रधान मुख्य अरण्यपाल अजय कुमार ने प्रदेशव्यापी पौधारोपण अभियान तथा विभाग की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पांच दिवसीय अभियान के दौरान कुल्लू वन वृत में साढे तीन लाख पौधे लगाए जाएंगे। इससे पहले कुल्लू वन वृत्त के अरण्यपाल अनिल शर्मा ने वन मंत्री का स्वागत किया।
कार्यक्रम में वन मंत्री की धर्मपत्नी रजनी ठाकुर, भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर, वन्य प्राणी विंग की प्रधान मुख्य अरण्यपाल डा. सविता शर्मा, एपीसीसीएफ केएस ठाकुर, गे्रट हिमालयन नेशनल पार्क के निदेशक अजीत ठाकुर, जायका परियोजना की निदेशक मीरा शर्मा, एसडीएम रमन घरसंगी, डीटीडीओ बीसी नेगी, भाजपा मंडल महामंत्री ठाकुर दास, पंचायत प्रधान सुंदर सिंह और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
युवाओं को दिया जा रहा साहसिक खेलों का प्रशिक्षण
कार्यक्रम के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के निदेशक कर्नल नीरज राणा बताया कि मनाली और इसके आसपास के क्षेत्रों में साहसिक खेलों के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं हैं और संस्थान युवाओं को साहसिक खेलों का प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। साहसिक खेलों के संचालन में सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। इसी के मददेनजर पर्वतारोहण संस्थान ने युवाओं के लिए चार प्रशिक्षण कोर्स आरंभ किए हैं। इस तरह के कोर्स उत्तर भारत में अन्य किसी जगह या संस्थान में नहीं हैं, जबकि तीन कोर्स तो भारत में किसी अन्य संस्थान में ही नहीं हैं। इस तरह के कोर्स करके स्थानीय युवा स्वरोजगार को अपना सकते हैं।
वन मंत्री ने कारगिल विजय मशाल का किया अभिनंदन
वन, परिवहन, युवा सेवाएं व खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने शनिवार को मनाली पहुंची कारगिल विजय मशाल का स्वागत-अभिनंदन किया तथा सैनिकों की शहादत को नमन किया। अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान में आयोजित अभिनंदन समारोह में गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि 20 वर्ष पहले भारतीय सैनिकों ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान और अदम्य साहस का परिचय देते हुए कारगिल युद्ध में विजय प्राप्त की थी। इस युद्ध में हिमाचल प्रदेश के भी 52 जवानों ने शहादत पाई थी।
उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के समय अधिकांश सैनिक कुल्लू-मनाली-रोहतांग होते हुए सरहद के लिए रवाना हुए थे। उस समय स्थानीय लोगों ने किसी न किसी रूप में अपना योगदान देते हुए देश की रक्षा के लिए जा रहे सैनिकों की मदद की थी तथा उनका मनोबल बढ़ाया।

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