नशे से हुई संगीता की सहेली की मौत.. शुरू किया नशा मुक्त अभियान
शिमला: चिट्टे की लत से सहेली की मौत ने संगीता खुराना को इस तरह झकझोरा कि उन्होंने नशे के खिलाफ अभियान छेड़ दिया। 2017 में दोस्तों के साथ संगीता ने एंटी ड्रग फेडरेशन संस्था बनाई और युवाओं को नशे के दलदल से बाहर निकालने की मुहिम छेड़ दी। इसी कड़ी में संगीता प्रदेश भर के स्कूलों-कॉलेजों में अब तक करीब 384 जागरूकता शिविर लगा चुकी हैं। नुक्कड़-नाटकों के माध्यम से भी महिला मंडलों के शिविरों में जाकर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और महिला सशक्तीकरण के लिए संगीता जागरूक कर रही हैं। शिमला पुलिस के नशे के खिलाफ छेड़े जागृति अभियान की रोल मॉडल का मुकाम भी संगीता हासिल कर चुकी हैं। 27 वर्षीय संगीता हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के चिड़गांव की रहने वाली हैं। चौदह साल की उम्र में इनके पिता का देहांत हो गया।माता ईश्वरी देवी ने इनका पालन-पोषण किया। कॉलेज की पढ़ाई के दौरान संगीता एनसीसी में शामिल हुईं और स्वतंत्रता दिवस की आरडी परेड में दो बार प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान चंडीगढ़ में विवाह समारोह के दौरान संगीता की एक सहेली की उनके सामने नशे की ओवरडोज से मौत हो गई। इसके बाद संगीता ने प्रदेश को नशे से मुक्त करने की मुहिम शुरू की। कोरोना काल में भी संगीता ने जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाई है। इन्हीं उपलब्धियों के चलते आठ मार्च को मंडी में आयोजित होने वाले राज्यस्तरीय अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर उन्हें सम्मानित करेंगे। अमर उजाला से बातचीत में संगीता ने बताया कि युवा नशे की लत में फंसने के बजाय देश की तरक्की के लिए काम करें।
संगीता चिट्टा तस्करों की धरपकड़ के लिए पुलिस का सहयोग कर चुकी हैं। एक विदेशी समेत 11 आरोपियों के खिलाफ संगीता ने गवाही दी है। पुलिस के आला अधिकारी भी इनकी हिम्मत की दाद दे चुके हैं।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर राज्यस्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जिला बाल कल्याण समिति हमीरपुर की अध्यक्ष रेखा शर्मा, हमीरपुर के बरसाड़ की शीतल वर्मा, कुल्लू की खुशबू भारद्वाज और श्वेता, चंबा की कंचन कुमारी और कांगड़ा की नीना अवस्थी को भी उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित करेंगे।