रजनीश शर्मा
अध्यापन बेशक पावन व नैतिक कार्य है लेकिन कुछ अध्यापक अध्यापन प्रोफेशन को बदनाम करने में जुटे हुए हैं। पिछले कुछ दिनों से मास्टरों के दुष्कर्म मामले सामने आ रहे थे लेकिन मंगलवार को दो मास्टरों ने रिश्वत ले अमंगल कार्य कार्य कर डाला ।मंगलवार को हमीरपुर ज़िला के राजकीय उच्च पाठशाला भरठियान के हेडमास्टर राज कुमार व मास्टर राजकुमार स्कूल फ़र्नीचर की पेमेंट में मोटी कमीशन के चक्कर में विजिलेंस के ट्रैप में फंस गये । राज कुमार 21 हज़ार और सुशील कुमार साढ़े 8 हज़ार रुपए नक़द रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गये । सुशील कुमार एक अध्यापक संगठन का पदाधिकारी भी बताया जा रहा है ।
क्या है मामला
राजकीय उच्च पाठशाला भरठियान के हेड मास्टर राज कुमार ने हमीरपुर की ही एक फ़र्नीचर फ़र्म से मई माह में स्कूल के लिए क़रीब ढाई लाख रुपए का फ़र्नीचर लिया । इसमें से कुछ राशि का भुगतान फ़र्म को 5 जून तक कर दिया गया । शेष राशि के लिए फ़र्म के मालिक को स्कूल के कई चक्कर काटने पड़े और इस बीच कमीशन की बात सामने आई । फ़र्म के मालिक ने अपनी पेमेंट देने की बात कही तो आनाकानी होती रही । बाद में क़रीब 30 हज़ार कमीशन देकर शेष राशि का भुगतान करने की बात हुई । फ़र्म के मालिक ने सारी बात विजिलेंस को बताई । इस बीच मास्टरो व फ़र्म के बीच मोबाईल की रिकोर्डिंग भी होती रही ।
कैसे फँसे जाल में मास्टर
मंगलवार को विजिलोन्स की टीम डीएसपी बीडी भाटिया के नेतृत्व में शिकायतकर्ता के साथ अपने अभियान के लिए भरठियान पहुँच गयी । शिकायतकर्ता ने फ़ोन कर राज कुमार व सुशील को स्कूल के पीछे बुलाया और विजिलेंस द्वारा तैयार रुपए के पैक्ट इन मास्टरों के हाथों में थमा दिए । शिकायतकर्ता वाश रूम जाने का बहाना कर साईड में हो गया व टीम को ओके का इशारा कर गया । विजिलेंस की टीम ने हेडमास्टर राजकुमार को स्कूल ऑफ़िस में हेड मास्टर की कुर्सी पर 21 हज़ार रुपए गिनते तथा सुशील कुमार को 8500 रुपए गिनते रंगे हाथों पकड़ लिया ।
क्या कहते हैं डीएसपी बी डी भाटिया
डीएसपी ( विजिलेंस ) बी डी भाटिया का कहना है कि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत स्कूल अध्यापकों राज कुमार व सुशील कुमार को रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ़्तार कर लिया है । उन्होंने कहा कि एफ आई आर 5/2019 के तहत मामला दर्ज हो चुका है । आरोपीशीघ्र ही कोर्ट में पेश किए जायेंगे ।