दसवीं की कृतिका शर्मा स्कूल कैप्टन और सोनाली स्कूल वाईस नियुक्त
रेणुका गौतम, कुल्लू : लोकतंत्र का क्या महत्व है, यह बात आज ग्लोबल विलेज स्कूल, हुरला में विद्यार्थियों को सीखने को मिली।दरअसल यहां पर आज स्टूडेंट कौंसिल के चुनाव हुए। चुनाव में लोकतांत्रिक व्यवस्था को अपनाया गया। जिसके चलते छात्र चुनाव में सबसे पहले चुनाव आयोग का गठन किया गया। नामांकन पत्र भरने , नाम वापिस लेने, प्रचार करने से लेकर मतदान और मतगणना की तिथियां घोषित की गई थीं।
मतदान केंद्र बनाकर पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए। 2 पदों के लिए हुए चुनावों में स्कूल कैप्टन के लिए 3 प्रत्याशियों किंजल, कृतिका शर्मा व आयुष भोपल ने तथा वाईस-कैप्टन के लिए 6 उम्मीदवारों रुचिका कौर, सोनाली, वंशिका, अंजलि, चंदन चौहान व सूर्यांश ने नामांकन भरे। चुनाव लड़ने की अनुमति केवल 9वीं और 10वीं कक्षा के ही विद्यार्थियों को थी।
वोट देने का अधिकार पांचवीं से दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों तथा अध्यापकों को दिया गया। दसवीं कक्षा की कृतिका शर्मा ने 43 मतों से बढ़त बना कर स्कूल कैप्टन का चुनाव जीता। किंजल चुनाव हार गयी। दसवीं की ही सोनाली ने 5 मतों से बढ़त बनाकर रुचिका कौर को हराया और स्कूल वाईस-कैप्टन का चुनाव जीता। मुख्य चुनाव आयुक्त इंद्रा, चुनाव आयुक्त जगदीश व हिमानी तथा पर्यवेक्षक रजनी व अनु ने चुनाव सम्पन्न करवाकर परिणाम की घोषणा की।इसके उपरांत एक बैठक बुलायी गई। जिसमें नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने शीघ्र अन्य कमेटियों व क्लबों के पदाधिकारियों का चुनाव करवाने का वादा किया।
पाठशाला के मुख्याध्यापक गणेश भारद्वाज व प्रशासक कैलाश गौतम ने सभी को बधाई दी और सभी विद्यार्थियों को समझाते हुए कहा कि चुनाव लोकतंत्र में एक ज़रूरी प्रक्रिया है। हम बच्चों को पाठ्यक्रम में नागरिक शास्त्र के माध्यम से सारी प्रक्रिया पढ़ाते हैं, परंतु उन्हें व्यवहार में लाकर बच्चों को नया अनुभव मिलता है। बच्चे बहुत उत्साहित हुए और उन्होंने बेहतरीन तरीके से इस सारी प्रक्रिया को अंजाम दिया।
बच्चों को जीवन में हार न माने की शिक्षा देते हुए गणेश भारद्वाज ने कहा कि अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति इब्राहिम लिंकन ने अपने जीवनकाल में आठ चुनाव हारे। इसी कड़ी में उन्होंने उपराष्ट्रपति का चुनाव भी हारा। मगर 1861 में राष्ट्रपति का चुनाव जीता और अमेरिका से दास प्रथा को समाप्त किया। अतः किसी को भी हार से विचलित नहीं होना चाहिए। हर असफलता जीत का मार्ग प्रशस्त करती है। स्टूडेंट कौंसिल की सहायता व मार्गदर्शन के लिए अध्यापकों में इंद्रा, सुनीता, हिमानी, अंजलि, ज्योति, जगदीश, रीनू शर्मा, प्रेमा, गीतांजलि, चम्पा, रजनी, अनु, सोमिला, नरेश आदि को नियुक्त किया गया।