एक ओर आज वन महोत्सव मनाया जा रहा है वहीं विभागीय लापरवाही से एक पंचायत प्रतिनिधि और उसके पति ने वन भूमि से पेड़ काटकर उस पर अतिक्रमण कर लिया है।
कुल्लू जिले के बंजार खंड की ग्राम पंचायत बनोगी की प्रधान और उसके पति ने भू राजस्व और वन विभाग की भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर वहां लगे पेड़ों को काट कृषि भूमि बनाकर भूमि को हस्तगत करने का लगातार प्रयास जारी है। यहां संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी मूकदर्शक बने बैठे है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि यह भूमाफियाओं को अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है, इसलिए तो ये बैखौफ होकर वन संपदा को नष्ट कर वन भूमि को अतिक्रमण किया जा रहा है।
जाहिला गांव के साथ लगे जंगल में इन्होंने दिन दहाड़े अतिक्रमण किया है। यही नहीं इन्होंने जाहिला-भौंरुथाच रास्ते पर भी कब्ज़ा कर रखा है। इस जमीन को अतिक्रमण से बेदखल कराने के लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों को सूचित कर मौके पर बुलवाया गया था और निशानदेही भी की जा चुकी है। बावजूद इसके इस दम्पति ने यहां से कब्ज़ा नहीं हटाया।
ग्रामीणों ने बताया कि यह भूमि पर ग्राम के चरवाह को पशुओं को चराते रहे है, लेकिन बीते दिनों वन विभाग की भूमि पर अतिक्रमण कर दिया है।
यह कब्ज़ा सैंज देहुरी सड़क के किनारे लगभग तीन बीघा भूमि पर है। हैरानी की बात यह है कि इस सड़क से वन विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों का आना जाना लगा रहता है। बावजूद इसके विभाग मूकदर्शक क्यों बना रहा।
ग्रामीणों के अनुसार इस दम्पति के पास घर के साथ पहले से ही अवैध कब्जा कर रखा है। स्थानीय लोगों की मौखिक शिकायत में बाबजूद भी विभाग ने अभी तक इनके विरुद्ध कार्यवाही अमल में नहीं लाई।
स्थानीय लोगों ने वन विभाग से गुहार लगाई है कि इस जंगल को अवैध कब्जे से मुक्त कर इसे बचाएं।
स्थानीय लोगों ने राजस्व विभाग से भी मांग की है कि भौरुथाच-जाहिला एम्बुलेंस रोड़ से अवैध कब्ज़े हटाएं जाए ताकि इस सड़क का निर्माण पुनः आरम्भ किया जा सके।
इस सम्बंध में डीएफओ बंजार प्रवीन ठाकुर ने कहा कि उनके पास फिलहाल इस तरह कोई मामला नहीं पहुंचा है। अगर इस तरह का अवैध कब्जे का मामला है तो इसका कड़ा संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। अवैध कब्जाधारियों को बख्शा नहीं जाएगा।