रेणुका गौतम, कुल्लू : अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाला कुल्लू दशहरा अक्टूबर माह में आने वाला है। जिसे लेकर जिला प्रशासन अब तैयारियों को जुट चुका है, ताकि उत्सव को और अधिक बेहतर बनाया जा सके। इसी कड़ी के चलते देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार के दिन अंतरर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा के लिए आयोजित बैठक में विधायक एवं अंतरर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष सुंदर सिंह ठाकुर ने बैठक में भाग लिया।
उन्होंने भागीदार देशों का कुल्लवी टोपी और शॉल से स्वागत किया तथा उनके कारीगरों, शिल्पकारों और लोक कलाकारों को दशहरा मेले में बतौर साझेदार देश के रूप में भाग लेने के लिए आमंत्रित भी किया। जिससे इन देशों के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान, पर्यटन गतिविधियों, व्यापार, बुनियादी ढांचे और लॉजिस्टिक्स को बढ़ा सकें। बैठक में भारत में ताजिकिस्तान के राजदूत लुकमोन बोबोकालोनज़ोडा, कज़ाकिस्तान के राजदूत अज़मत येस्करायेव, किर्गिज़स्तान के राजदूत असकर बेशिमोव और गुज़ेल उमेतोवा, उज़्बेकिस्तान के दूतावास के प्रथम सचिव, अब्दुलअज़ीज़ अब्दुगानिएव और प्रथम सचिव उलुगबेक रिज़ाएव, तुर्कमेनिस्तान के राजदूत, शालर गेल्डिनज़ारोव उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश सरकार के प्रधान आवासीय आयुक्त सुशील सिंगला, अतिरिक्त उपायुक्त जयबंती ठाकुर, साउथ ब्लॉक स्थित समिति कक्ष में विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव चरणजीत सिंह भी इस बैठक में शामिल हुए।
गौरतलब है कि कल्लू का दशहरा उत्सव अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात है। और हर वर्ष यहां पर देश ही नहीं बल्कि विदेशों के कलाकार भी अपनी संस्कृतियों को लेकर अपनी आकर्षक प्रस्तुतियां दशहरे के मंच में देते हैं। और इस तरह के कदम निसंदेह: अंतरर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव कुल्लू की पहचान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी अधिक मजबूत बनाते हैं।