- उद्योगपतियों को हिमाचल से दौड़ाने का काम कर रही है यह कांग्रेस सरकार
- हिमाचल प्रदेश में स्क्रैप युद्ध, कांग्रेस में बने गुट
- इलीगल माइनिंग को इस सरकार में मिल रहा है जबरदस्त सरक्षण
शिमला, भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं विधायक त्रिलोक जम्वाल और पूर्व मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का हिमाचल प्रदेश में निवेश बढ़ाने का एजेंडा नहीं है अपितु प्रदेश में आ रहे निवेशकों और स्थापित निवेशकों को दौड़ाने का एजेंडा है।
उन्होंने कहा कि जो उद्योग हिमाचल प्रदेश की भूमि पर लग चुके हैं और जो उद्योगपति हिमाचल प्रदेश में आना चाहते हैं उनको कांग्रेस नेताओं ने तंग कर रखा है, जिसके कारण उनका मन हिमाचल प्रदेश में काम करने को नहीं हो रहा है।
दो चार बड़े घरानों ने तो यह तक सोच लिया है कि हम हिमाचल प्रदेश से अपने चलते उद्योग बंद कर देंगे।
हमें लगता है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को अपना असली एजेंडा जनता के समक्ष रखना चाहिए।
क्या वर्तमान कांग्रेस सरकार हिमाचल में निवेशकों को लाना चाहती है या यहां से भगाना चाहती।
हमारी भाजपा, जय राम ठाकुर सरकार ने केंद्र सरकार के साथ अच्छे ताल्लुकात बनाते हुए हिमाचल के उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई सकारात्मक कार्य किए थे। हिमाचल की पावन धरती पर बल्क ड्रग पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क जैसे बड़े प्रोजेक्ट लाने का काम किया था।
मुख्यमंत्री सुक्खू को बताना चाहिए कि पिछले 8 महीने में आप केंद्र से या अपनी शक्ति से हिमाचल प्रदेश के लिए क्या लेकर आए हैं।
हिमाचल में चर्चा तो यह है कि पी एंड जी जैसी बड़ी कंपनियां हिमाचल से पलायन करने के लिए तैयार है।
हिमाचल के उद्योग क्षेत्र में तो स्क्रैप के पीछे लड़ाई चल रही है। कांग्रेस के नेताओं में भी स्क्रैप को लेकर दो गुट बन गए हैं जिसमें लड़ाई हो रही है कि यह स्क्रैच मेरा और यह खराब तेरा। ऐसे वातावरण में उद्योगपति काम कैसे करेंगे।
अगर माइनिंग की बात करें तो हिमाचल सरकार का माइनिंग के ऊपर कोई भी कंट्रोल बचा नहीं है। माइनलिंग से जुड़ा माफिया हिमाचल प्रदेश में सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
माइनिंग के लेकर कोई सख्त कानून नहीं बनाया गया है अपितु माइनिंग में जो इल्लीगल काम कर रहे हैं उनको संरक्षण देने का कार्य यह सरकार कर रही है।