शिमला में इंटरनेशनल डे ऑफ साइन लैंग्वेज मनाया गया। इस वर्ष का थीम “नो ह्यूमन राइट्स विदआउट साइन लैंग्वेज राइट्स” रखा गया, जिसका उद्देश्य यह संदेश देना है कि साइन लैंग्वेज के अधिकारों के बिना मानव अधिकार अधूरे हैं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक श्री सुमित खिमटा (आईएएस) ने शिरकत की। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश एसोसिएशन ऑफ द डेफ के अध्यक्ष श्री दीपक शर्मा और महासचिव श्री अतुल नेगी भी मौजूद रहे।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बधिर समुदाय के लिए जागरूकता, समावेशन और पहुंच सुनिश्चित करना रहा। वक्ताओं ने कहा कि साइन लैंग्वेज न केवल संवाद का माध्यम है, बल्कि यह बधिर व्यक्तियों के समान अधिकारों की गारंटी भी है।
इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने बधिर समुदाय के अधिकारों की रक्षा और साइन लैंग्वेज को बढ़ावा देने का संकल्प लिया।