रेणुका गौतम, कुल्लू : उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने आज यहां बाढ़ से हुए नुकसान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावितो को हर सम्भव सहायता प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि ज़िला के दूरदराज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए टीमें भेज कर सेटेलाइट फोन के माध्यम से संपर्क स्थापित किया गया है।
उन्होंने कहा कि सेंज ,लारजी , गौहर मार्ग पर वाया चैलचौक होते यातायात के लिए खोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि तीर्थन घाटी के बरशेणी के लिए एनडीआरएफ की एक टीम भेजी गई है, जो बरशेणी में पुल के बह जाने के कारण फंसे पर्यटकों को बाहर निकालने में सहयोग करेंगे। उपायुक्त ने अधिकारियों को बाढ़ के कारण हुए नुकसान का फील्ड में जाकर आकलन करने के भी निर्देश दिए, ताकि नुकसान से उबरने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा सके। उन्होंने कहा कि प्रमुख पर्यटक स्थल कसोल को शुक्रवार तक मोबाइल सेवाएं उपलब्ध करवा दी जाएगी तथा सेंज क्षेत्र में एक हफ्ते के भीतर मोबाइल सेवाएं उपलब्ध होगी। उन्होंने इसके लिए बीएसएनएल व अन्य टेलीफोन प्रदाताओं के अधिकारियों को ज़िला में मोबाइल नेटवर्क सुचारू बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने बैठक में बताया कि ज़िला में 648 पेयजल योजनाएं बाढ़ के कारण प्रभावित हुई है, जिनमें से 64 योजनाओं को बहाल कर दिया गया है। उन्होंने जल शक्ति विभाग को अन्य योजनाओं की पुनर्बहाली के भी निर्देश दिए तथा कहा कि शिक्षण संस्थानों व चिकित्सा संस्थानों में प्राथमिकता के आधार पर पेयजल सुविधा सुनिश्चित बनाने के लिए भी प्रभावी कदम उठाए। उन्होंने कहा कि प्रमुख पर्यटक स्थल कसोल को शुक्रवार शाम तक यातायात के लिए खोलने के लिए दिन रात कार्य रहा हैं।उन्होंने कहा कि जिले में आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं है तथा रसोई गैस, पेट्रोल, डीजल व अन्य वस्तुओं की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित बनाई गई है।
उन्होंने कहा कि ज़िला के दूरदराज अस्पतालों को दवाइयां भेजी जा रही है , ताकि लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।उन्होंने ग्रामीण विकास विभाग को भी निर्देश दिए कि वह अपने कनिष्ठ अभियंताओं को फील्ड में भेजें, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में पुलियों व अन्य योजनाओं को हुए नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत कर सके। उपायुक्त ने कहा कि ज़िला में धीरे-धीरे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित मनाई जा रही है, कुल्लू सहित मनाली में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई है। तथा अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भी विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि ज़िला के 1849 ट्रासफार्मर में से 854 ट्रांसफार्मर सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं।