सरकार की फजीहत के बाद भावनात्मक कार्ड खेल रहे मुख्यमंत्री सुक्खु
लोकसभा चुनाव सामने देख एक बार फिर लोक-लुभावनी घोषणाएं कर जनभावनाओं के साथ कर रहे खिलवाड़
हिमाचल की भोली – भाली जनता को अज्ञानी समझते हैं मुख्यमंत्री सुक्खु
मंडी /शिमला : हिमाचल प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार की नीति व नियति दोनों से वाकिफ हो चुकी है। आज प्रदेश की जो स्थिति है उसके हिसाब से मुख्यमंत्री बार -बार खाली खजाने की दुहाई देते नजर आते हैं वो आज लोकसभा चुनाव को सामने देख एक बार फिर जनता को ठगने का प्रयास कर रहें हैं। भाजपा के मुख्य प्रवक्ता व विधायक राकेश जमवाल ने कहा कि ये पब्लिक है सब जानती है ज़ब बजट में प्रावधान नहीं तो 1500 ₹ कहां से देने की बात मुख़्यमंत्री कर रहें हैं। अपनी चतुराई दिखाते मुख्य्मंत्री यह भूल गए कि हिमाचल की जनता भोली हो सकती है पर अनपढ़ व अज्ञानी नहीं, उन्हें पता है कि जिस योजना को शुरू किया जाना होता है उसके लिए पहले बजट में प्रावधान करना आवश्यक होता है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2024-25 का बजट सताधारी दल विधानसभा सत्र में विपक्ष की गैर – मौजूदगी में धक्केशाही में पारित हो चुका है। जिसमें की महिलाओं की इस गारंटी के लिए बजट का कोई प्रावधान नहीं उसके बावजूद भी इस बजट के पारित होने के 6 दिन बाद यह घोषणा की गई हैं । उन्होंने कहा कि जिसका अर्थ है कि इस वित्तीय वर्ष से ₹1500 देने का वादा भी झूठा है। उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश में 22 लाख महिलाओं को ₹1500 प्रतिमाह देने का वादा किया था जिसके ऊपर 1 महीने का खर्च 330 करोड़ है इसका मतलब साफ है कि यह सरकार केवल महिलाओं को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।
विधायक राकेश जमवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री इतने बड़े संवैधानिक पद पर बैठ कर भी झूठ बोलते हैं जिसका उदाहरण प्रदेश की जनता व युवाओं ने बजट सत्र के दौरान देखा होगा। अपने मेनिफेस्टो में प्रतिवर्ष एक साल में एक लाख सरकारी रोजगार लिखा होने के बाद उस बात से मुकर जाना और विधानसभा अध्यक्ष द्वारा मेनिफेस्टो में उस बात के उल्लेख को सदन के सामने पढ़ कर सुनाना इस बात का सबूत है कि उन्होंने युवाओं को सरकारी नौकरी के नाम पर कैसे ठगा है। चुनावों को सामने देख मुख्यमंत्री जी की “यारा दी टोली “ऐसे- ऐसे झूठे वादे देने के लिए उन्हें प्रेरित करते हैं।
विधायक राकेश जमवाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले चुनावों को प्रभावित करने के उदेश्य से योजना के अनुसार इस तरह की घोषणा प्रदेश सरकार द्वारा की गई है। पिछले एक माह में प्रदेश में जो घटनाक्रम घटा है उससे साफ जाहिर है कि सत्ता हथियाने के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है।