हिमाचल प्रदेश: पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा दिल्ली में नीति आयोग बैठक का बहिष्कार करने को हिमाचल के हितों से खिलवाड़ बताया है।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश को सदा अपना दूसरा घर माना है और हिमाचल के हितों को प्राथमिकता दी है, मगर कांग्रेस ने सदा ही अपनी ओछी राजनीति को प्राथमिकता देते हुए हिमाचल के हितों को ताक पर रखा है। मुख्यमंत्री का नीति आयोग की बैठक में ना जाने का निर्णय ना सिर्फ़ दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि अतिनिंदनीय भी है। राजनीति से प्रेरित मुख्यमंत्री का यह निर्णय हिमाचल प्रदेश के हितों के साथ सीधा खिलवाड़ है। सुक्खू जी को अभी भी अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार कर प्रदेश हित में इस बैठक में भाग लेकर हिमाचल के लिए आवश्यक विषयों को उठाना चाहिए।
अनुराग ठाकुर ने कहा “ हिमाचल प्रदेश में पिछले 18 महीने से चल रहा कांग्रेस का कार्यकाल अराजकता, अहंकार और अन्याय भरा रहा है। जनता की बजाय यह सरकार मित्रों की सरकार बन गई है जहां जनहित नहीं मित्रहित सर्वोपरि है। कांग्रेस ने मात्र 1.5 साल में 25000 करोड़ का कर्ज लेकर प्रदेश पर कर्ज का बोझ 95000 करोड़ पहुँचा दिया। कांग्रेस ने प्रदेश को दिया तो कुछ नहीं लेकिन यहाँ चल रहे स्वास्थ्य संस्थान, शिक्षा केंद्र, सरकारी स्कूल में बच्चों को दी जाने वाली वर्दीयां हों या मज़दूरों को मिलने वाली सुविधाएँ हों सब बंद करने का काम किया। कांग्रेस ने मित्रों को लाभ पहुँचाने के अलावा पिछले 18 महीने में कुछ नहीं किया। अब नीति आयोग की बैठक जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी करते हैं ऐसे बैठक से दूरी बनाना जिसमें केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश के हितों के लिए अधिक से अधिक वित्तीय सहायता और परियोजनाओं को दिए जाने के संबंध में प्रदेश सरकार के सामने अपना पक्ष रख सकती है कदाचित अनुचित है”
अनुराग ठाकुर में कहा “ मुख्यमंत्री को समझदारी से संघीय ढाँचे का सम्मान करते हुए और अपने पूर्व के कांग्रेसी मुख्यमंत्री का अनुसरण ना करते हुए हिमाचल के हितों की चिंता करते हुए नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेना चाहिए। नकारात्मक राजनीति से प्रदेश का भला नहीं होने वाला है।