कहा आखिर किसका हो रहा विकास
विकास के नाम हरे-भरे जंगलों की बली गलत
रेणुका गौतम, कुल्लू : “बिजली महादेव एक धार्मिक स्थल है और हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। लेकिन इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना बहुत बड़ी भूल है यह शब्द एचपीएमसी के पूर्व उपाध्यक्ष राम सिंह ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहे।
ज़िला कुल्लू में बिजली महादेव के लिए बन रहे रोपवे पर निशाना साधते हुए एचपीएमएसी के पूर्व उपाध्यक्ष राम सिंह ने कहा कि यह जग जाहिर है कि यह रोपवे बनाने से पहले जब परंपरा अनुसार महादेव के गुर (orator) के माध्यम से देवता की आज्ञा की लेने की कोशिश की गई तो हर बार जवाब न में आया। यहां तक कि अधिकतर श्रद्धालु भी इस निर्णय के खिलाफ थे। लेकिन जाने ऐसा क्या है कि विकास के नाम पर देव आज्ञा और जनता की इच्छा को भी दरकिनार करते हुए जनता के नुमाइंदों को यह फैसला लेना पड़ रहा है। अब पता नहीं यह किसका और कैसा विकास है, यही बहुत बड़ा प्रश्न है।
बिजली महादेव क्षेत्र के विकास को लेकर बात करते हुए राम सिंह ने यह भी कहा कि यदि सरकार और प्रशासन इस क्षेत्र का अगर विकास करना ही चाहते हैं तो नग्गर और जाणा की तरफ से बिजली महादेव की ओर जाने वाली सड़क को भी बेहतरीन तरीके से दुरुस्त करके भी क्षेत्र का विकास किया जा सकता है। ताकि उसे सड़क मार्ग से सैलानी बिजली महादेव आसानी से पहुंच सके।
साथ ही उन्होंने इस रोपवे के लिए हो रही पेड़ों की अंधाधुंध कटाई पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस रूप में के लिए अब तक जंगल के तक़रीबन 72 पेड़ काटे जा चुके हैं और कुल 206 के करीब पेड़ काटे जाने हैं। ऐसे में चिंता का विषय यह है कि क्या प्रकृति से इतनी अधिक छेड़छाड़ भविष्य में हमें नुकसान नहीं पहुंचाएगी। अगर इस अंधाधुंध कटाई की वजह से क्षेत्र में कोई प्राकृतिक आपदा आती है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा ?
राम सिंह ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि विकास के नाम पर क्षेत्र में करने के लिए बहुत कुछ है। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि जिस विकास को जनता खुद ही नहीं चाहती, आखिर वह विकास किया जा रहा है, तो किसके लिए ? यह बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न है।