पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने वीरवार को जिला सिरमौर के सराहां, निहोग, नाहन, धौलाकुआं व पांवटा साहिब में जनसभाओं को संबोधित किया। नाहन के बड़ा चौक में जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि सिरमौर जिला प्रशासन पर हैरान हूं कि एक सप्ताह से मैदान एक व्यक्ति के लिए बुक कर दिया है। मुझे सिरमौर का डीसी डरपोक लगता है। कहीं अतिम शाह के नाम ही नहीं कर दे चौगान मैदान।
कर्मचारियों को अपनी इज्जत और मान सम्मान को बनाए रखना चाहिए। हमारे समय में रातों-रात मैदान खाली हो जाते थे और अगले ही दिन मैदान अगले कार्यक्रम करने वालों को दे दिए जाते थे। भाजपा के पदाधिकारी व मंत्री कर्मचारियों व अधिकारियों को डरा रहे हैं। जिससे हिमाचल का प्रशासनिक अमला पंगु हो गया है।
मैंने कभी किसी कर्मचारी या अधिकारी को नहीं डराया है। मगर जिस ने गलत काम किया, उस कर्मचारी की छुट्टी ही की। वीरभद्र सिंह ने जयराम ठाकुर पर तंज कसते हुए कहा कि जयराम ठाकुर मेरे द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यों को बंद करवा रहे हैं। जो स्कूल और कॉलेज हमने खोले थे उन्हें भी बंद करवा रहे हैं। जबकि में जयराम को बताना चाहता हूं कि कि मैंने उनके हल्के में बहुत स्कूल खोले हैं। यदि भाजपा को मेरे द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यों से कोई आपत्ति है। तो वह उसका बदला मुझसे ले, चाहे तो वह मुझसे मल्लयुद्ध ही कर ले।
उन्होंने बिना नाम लिए हुए कहा कि कांग्रेस एक विचारधारा है, जहां पर आया राम – गया राम नहीं चाहिए। यहां पर पक्के राम चाहिए। पुर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा अब जातिगत चुनाव लड़ रही है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि सिरमौर का विकास कांग्रेस की देन है।
उन्होंने कहा कि वह आरएसएस के खिलाफ नहीं है। मगर आरएसएस को अपना काम करना चाहिए, ना कि प्रदेश की राजनीति में दखल देना चाहिए। पुर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने धनीराम शांडिल के लिए कहा कि वह ईमानदार वह मेहनती फौजी है। इसलिए लोकसभा चुनाव में शडिल को जिताये। वह पहले भी दो बार सांसद रह चुके हैं।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री गंगू राम मुसाफिर पूर्व मंडल अध्यक्ष ठाकुर देवेंद्र सिंह शास्त्री, अधिवक्ता रूपेंद्र पुंडीर, मोनी ठाकुर, दिनेश आर्य, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय सोलंकी, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष रूपेंद्र ठाकुर सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।