रेणुका गौतम, कुल्लू :- जिला में लगातार हो रही भारी वर्षा से जनजीवन प्रभावित हुआ है। इसी कड़ी में लग घाटी के भुट्टी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) भवन को भूस्खलन से खतरा उत्पन्न हो गया है। उपायुक्त कुल्लू, तोरुल एस. रवीश ने सोमवार को मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पीएचसी भवन को सुरक्षित करने के लिए त्वरित कदम उठाए जाएंगे, ताकि स्वास्थ्य सेवाएं बाधित न हों। साथ ही भूस्खलन से अवरुद्ध हुई सड़क को भी शीघ्र सुचारू करने के निर्देश दिए गए। यह सड़क लगभग छह पंचायतों के करीब 20 गांवों को जोड़ती है और भारी वर्षा के चलते हुए भूस्खलन के कारण रविवार रात को अवरुद्ध हुई है।
उन्होंने बताया कि इस सड़क पर भुट्टी पीएचसी के सामने 120 फीट लंबा वैली ब्रिज स्थापित किया जा रहा है। इसके आगामी तीन से चार दिनों में तैयार हो जाने से 20 गांवों का संपर्क बहाल हो जाएगा। इस पुल के लगने से मानगढ़, कालंग, शालंग, ग्रामंग, तीयूण, दोग्री, समाणा, थाच, मशणा, नागझोर, सजक, तेलंग, कणोंण, शीलाणी, भुट्टी, भलयानी, बड़ाग्रां और कमांड सहित लगभग आठ हजार की आबादी को राहत मिलेगी।
उपायुक्त ने कहा कि लगातार वर्षा के कारण न केवल निजी संपत्तियों, बल्कि सरकारी भवनों, सड़कों, पुलों, पेयजल योजनाओं, दूरसंचार नेटवर्क और विद्युत लाइनों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि सभी विभाग चौबीसों घंटे मूलभूत सुविधाओं की बहाली कार्य में लगे हुए हैं, ताकि आम जनता को असुविधा का सामना न करना पड़े।
इस दौरान उपायुक्त ने लोगों से भी अपील की कि वे नदी-नालों से दूरी बनाए रखें, क्योंकि वर्षा से जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है। भूस्खलन प्रभावित इलाकों में जाने से भी परहेज करें और किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और जरूरत पड़ने पर हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।