रेणुका गौतम , कुल्लू : कार्यकारी अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी दीप्ति मंढोत्रा की अध्यक्षता में आज बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में योजना के उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए सम्वन्धित विभागों की भूमिका पर चर्चा की गई। अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य बढ़ते लिंगानुपात के असंतुलन को नियंत्रित करना है। जिस प्रकार प्रति पुरुष पर महिलाओं की संख्या कम हो रही है ,यह आने वाले समय के लिए काफी बुरा संकेत है। इसी समस्या को देखते हुए भारत सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को लागू करने का निर्णय लिया। यह कार्यक्रम बेटियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश्य बेटियों के जन्म दर में आ रही कमी को रोकना है और इसमें बढ़ोतरी करना है। बेटियों के प्रति हो रहे शोषण को खत्म करना है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है जिससे वह सामाज में पूरे सम्मान के साथ जी सकें।
योजना का उद्देश्य बेटियों के साथ समाज मे हो रहे भेदभाव को खत्म करना है उन्होंने कहा कि हम सभी का दायित्व बनता हैं कि बेटो की तरह बेटियों को भी उच्च शिक्षा प्रदान करे। यदि बेटियां शिक्षित होंगी तभी समाज शिक्षित हो सकेगा।
बैठक की कार्यवाही का संचालन ज़िला कार्यक्रम अधिकारी पद्म देव ने किया।इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।