सोलन ; कानूनी विज्ञान संकाय शूलिनी विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग के सहयोग से मानवाधिकारों पर सुधारवादी दृष्टिकोण पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और एक पुस्तक विमोचन का आयोजन कर रहा है।
उद्घाटन सत्र और पुस्तक विमोचन के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनार अर्लेकर होंगे।
भारत भर के 40 से अधिक शोध विद्वानों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों ने सम्मेलन के लिए ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से पंजीकरण कराया है। सम्मेलन के दौरान, एक पुस्तक विमोचन भी किया जायगा ,जिसके संपादक डॉ. नंदन शर्मा और उनकी टीम हैं।
दो दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने वाले अन्य गणमान्य व्यक्तियों में न्यायमूर्ति राजीव शर्मा, पूर्व न्यायाधीश एचसी, लेनिन रघुवंशी, मानव संसाधन कार्यकर्ता (नोबल पीस नॉमिनी), डॉ एंथनी राजू, एडवोकेट एससी, अवतार सी डोगरा, सदस्य, मानवाधिकार आयोग, देवेंद्र, सीईओ लाडली फाउंडेशन, अतुल कौशिक, अध्यक्ष, एचपीपीईआरसी, प्रोफेसर राजेश्वर चंदेल, कुलपति, यूएचएफ नौन, एमएक्स धनंजय, एलजीबीआईक्यू कार्यकर्ता, संजना गोयल, अध्यक्ष, आईएएमडी, और प्रोफेसर संजय सिंधु, डीन लॉ विभाग एचपीयू शामिल है ।
दो दिवसीय कार्यक्रम के शेष भाग में पैनल चर्चा की जायगी , जिसमें तीन पैनलिस्ट प्रत्येक विषयगत क्षेत्रों पर गहराई से चर्चा करेंगे । इस कॉन्फ़्रेंनस में देश और दुनिया भर के शोध करता खोज पत्र प्रस्तुत करेंगे।कानूनी विज्ञान संकाय आम लोगों से भी अनुरोध करता है कि वे अपने अनूठे संदेश और मानव अधिकारों के लिए सुधारात्मक दृष्टिकोण पर विचारों को सोशल मीडिया पर साझा करें और #RAHR#ShooliniUniversity को टैग करें। शीर्ष दस अद्वितीय संदेशों का चयन किया जाएगा और सम्मेलन रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा।