Friday, November 22, 2024
Homeशिमला5वर्षीय बालक को उठाने वाले आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए विभाग...

5वर्षीय बालक को उठाने वाले आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए विभाग की ये व्यवस्था ..अभी भी नाकाम

शिमला, दिवाली के रोज पांच साल कें बच्चे की जान लेने वाले आदमखोर तेंदुए को पकडऩे के लिए वन्यजीव विभाग ने 15 ट्रैप कैमरे और 7 पिंजरे लगाए है । विभाग के लगाए गए ट्रैप कैमरो और पिंजरो में अब तक न तो आदमखोर तेंदुआ दिखाई दिया और न ही पिंजरे में तेंदुआ पकड़ में आया है । या यूं कहे कि योगराज की जान लेने वाले तेंदुए को वन्यजीव विभाग की टीम अब तक नहीं तलाश पाई । आदमखोर तेंदुए को पकडऩे के लिए वन्यजीव विभाग की टीम पिछले 6 दिनों से लगातार ट्रैक कैमरा और पिंजरा लगाए बैठी है अब तक वन्य जीव विभाग की टीम ने 15 से ज्यादा ट्रैप कैमरे डॉउनडेल फागली और धोबी घाट के जंगल में लगाए है । आदमखोर तेंदुए को लेकर भले ही वन्यजीव विभाग फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर उसे आदमखोर घोषित करने की तैयारी कर रही है । विभाग ने क्षेत्र में रह रहे लोगों को जागरुक करने के लिए होर्डिंग और बोर्ड लगाए हैं जिसमें अपने आसपास के क्षेत्र को सावधान रखने की चेतावनी जारी की गई है। वही इस क्षेत्र को लोग सुबह शाम दिख रहे तेंदुए को विभाग से पकडऩे की लगातार मांग कर रहे है । इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों का कहना है कि आजकल यहां एक मादा तेंदुआ अपने बच्चे के साथ दिखाई देती है जो किसी भी वक्त किसी और बड़े हादसे को अंजाम दे सकती है।

क्षेत्र के लोगों का कहना है कि वन्यजीव विभाग आदमखोर तेंदुए को पकड़ कर पिंजरे में कैद करें या फिर मार डाले।  लोगों का कहना है कि 3 माह पहले शहर के कनलोग क्षेत्र में भी एक प्रवासी परिवार की 8 साल की बच्ची को भी तेंदुआ उठाकर ले गया था जिसे आदमखोर घोषित कर उसे मारने के आदेश किए गए थे, लेकिन तेंदुआ न तो वन्यजीव विभाग के पिंजरे में कैद हुआ और न ही उसे मारा गया।

उन्होंने कहा कि जिस तरह की घटनाएं शहर के बीचो बीच हो रही है उससे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है।

यंहा बता दे कि दिवाली के दिन तेंदुए ने 5 साल के योगराज की जान ले ली थी । योगराज की तलाश के लिए पुलिस और वन विभाग की टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी, जिसके बाद योगराज करीब 45 घंटे बाद योगराज के घर के साथ लगते जंगल से उसका अवशेष मिल पाया। अवशेष मिलने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कर योगराज के परिजनों को उसका शव सौंप दिया, लेकिन योगराज की जान लेने वाले आदमखोर तेंदुआ को वन्यजीव विभाग की टीम अब तक नहीं तलाश पाई है। इस घटना के 6 दिन बाद भी वन्यजीव विभाग की टीम के हाथ खाली ही हैं। पुलिस की ओर से लिए गए सैंपल की फॉरेंसिक रिपोर्ट अभी तक नहीं आ पाई है। लेकिनपोस्टमार्टम रिपोर्ट में तेंदुए के बाल की पुष्टि हो पाई है ।

Most Popular