सोलन, शूलिनी विश्वविद्यालय में पत्रकारिता और जनसंचार विभाग ने “गलत सूचना, फर्जी खबर , परिणाम और उपाय” पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला के मुख्य वक्ता प्रोफेसर उमेश आर्य, डीन और अध्यक्ष, फैकल्टी ऑफ मीडिया स्टडीज गुरु जंबेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार से थे। वह एक लाइफ कोच, ट्रेनर और हीलर भी हैं। प्रो उमेश आर्य ने नकली समाचारों और गलत सूचनाओं से सचेत रहने की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हम सभी को सोशल मीडिया और अन्य मास मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से सभी अग्रेषित समाचारों को क्रॉस-चेक करना चाहिए। उन्होंने कुछ वेबसाइट्स जैसे फैक्ट चेक, पीआईबी फैक्ट चेक भी साझा किए, जहां कोई भी समाचार और सूचनाओं को क्रॉस-चेक कर सकता है। प्रो। आर्य ने शब्दों , चित्र और वीडियो के लिए तथ्य-जाँच के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी भी साझा की। उन्होंने कहा कि ‘इनवीड’ क्रोम प्लगइन पर कोई भी छवियों और वीडियो को चैक कर सकता है। यह कार्यशाला सभी प्रतिभागियों के लिए बहुत ही व्यावहारिक और जानकारीपूर्ण थी।
सत्र की शुरुआत पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के निदेशक प्रो। विपिन पब्बी द्वारा दिए गए स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने कहा कि गलत जानकारी वास्तविक जानकारी से अधिक तेजी से फैलती है और जनता के लिए विश्वसनीय स्रोतों से तथ्यों की पहचान करना और सत्यापित करना अधिक कठिन बना देती है। सत्र का संचालन पत्रकारिता और जनसंचार विभाग की सहायक प्रो। सुश्री रंजना ठाकुर द्वारा किया गया उन्होंने कहा कि सभी को जागरूक रहना चाहिए ताकि वे आगे गलत जानकारी न फैलाएं। कार्यशाला में विभाग के सभी छात्रों और संकाय सदस्यों ने भाग लिया।