ऊना
हिमाचल प्रदेश की जेलों में बंद महिला कैदीयों की सुरक्षा पर भी अब प्रश्न चिन्ह लग गया है वजह है, ऊना जेल में बंद एक महिला कैदी के गर्भवती होने का मामला।
मिली जानकारी के अनुसार कथित महिला करीब दो वर्षों से जेल में विचाराधीन बंदी है।
जिसका मामला अभी न्यायलय में विचारधीन है। हैरानी की बात है कि कड़ी सुरक्षा में रहने वाली महिला जेल में बंद होने के बावजूद गर्भवती कैसे हो गई।
सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या जेल में बंद इस महिला के साथ रजाबंदी से शारीरिक संबंध बने थे या उसको शारीरिक यातना देकर गर्भवती किया गया था।
मामले का तब पता चला जब महिला के जेल में बंद होने के बावजूद अचानक तबियत बिगड़ गई। जब उसको जाँच के लिए ले जाया गया तो पता चला की महिला गर्भवती है। यही नहीं, महिला का गर्भपात भी करवा दिया गया। गर्भपात करवाया जाना क़ानूनी रूप से जुर्म माना जाता है। ऐसे में यह भी सवाल उठ रहा है कि क्या गर्भपात अपराध को छुपाने के लिए करवाया जा रहा था।
अब सवाल यह भी उठता है कि क्या महिला को पेशी पर ले जाए जाने के दौरान पुलिस की मिलीभक्त ने महिला से किसी जानकार से सम्बन्ध बने थे। मगर इस कथन के ऊपर जल्दी से विशवास इसलिए नहीं किया जा सकता क्योकि जेल ऊना के बनगढ़ में है जहां से न्यायालय की दूरी करीब 8 किलो मीटर के आसपास है और यही नहीं बंदियों को ले जाने में बस का प्रयोग किया जाता है। जिसमें सशस्त्र पुलिस के साथ महिला गार्द भी शामिल होती है और अन्य बंदी भी साथ होते है। ऐसे में इतने लोगों की उपस्थिति में शारीरिक सम्बन्ध बनाये जाने का एंगल गले से नहीं उतरता है। हालाँकि यह सब इन्वेस्टिगेशन का मेटर है। बावजूद इसके हिमाचल प्रदेश का जेल विभाग सवालों के घेरे में आ गया है।
क्या कहना है कि जेल के अधिकारी ओमप्रकाश ठाकुर का…
उधर, ऊना जेल के अधिकारी ओम प्रकाश ठाकुर ने बताया कि यह मामला अभी इन्वेस्टिगेशन का है। इसपर मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता हूँ। इस मामले की शिकायत पुलिस को दे दी गई थी। जिसकी जाँच पुलिस कर रही है। उन्होंने बताया कि यह मामला जेल के पूर्व अधिकारी के समय का है। इस जेल का चार्ज अभी मुझे मिला है।
उधर, एडिशनल एसपी ऊना विनोद धीमान ने मामले की पुष्टि की है उन्होंने कहा है कि बंदियों को पुलिस गार्द के साथ कड़ी सुरक्षा में न्यायालय ले जाया जाता है।
क्या कहते हैं ऊना के एसपी अर्जित सेन…
इस मामले में ऊना के पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन का कहना है कि यह मामला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार देख रहे हैं और इसकी जांच चल रही है।