Friday, March 29, 2024
Homeकुल्लूकुल्लू में रघुनाथ जी की रथयात्रा के साथ बसन्त पंचमी आयोजित

कुल्लू में रघुनाथ जी की रथयात्रा के साथ बसन्त पंचमी आयोजित

रेणुका गौतम
कुल्लू : जिला मुख्यालय में हर वर्ष की भान्ति भगवान रघुनाथ को गुलाल लगाकर बसन्त उत्सव का आगाज किया गया। इस दौरान ढालपुर में रघुनाथ जी की रथ यात्रा में खूब गुलाल उड़ा। इस भव्य रथयात्रा में बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
रघुनाथपुर भी रघुनाथ जी के जयकारों से गूंजायमान हो उठा । रघुनाथ जी की पालकी रथ मैदान में पहुंचते ही अचानक बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लग गया । विशेष पूजा अर्चना के बाद रघुनाथ जी की रथयात्रा शुरू हुई। राज परिवार के सदस्यों ने रघुनाथ जी के रथ की परिक्रमा के पश्चात रथ आगे बढ़ा । यहां पर राज परिवार के सदस्यों, गुरों, कारदारों और छड़ीबदार राजा महेश्वर की उपस्थित में भगवान रघुनाथ को रथ में बिठाकर पूजा-अर्चना सहित रथ की परिक्रमा की गई। इसके बाद परम्परानुसार हनुमान का रूप धारण किए हुए बैरागी समुदाय के व्यक्ति को रथ के पास लाया गया। पूजा के बाद सैकड़ों लोगों ने भगवान श्रीराम के जयकारे लगाते हुए रथ में लगी रस्सियों की से उसे खींचना शुरू किया। थोड़ी देर बाद रोककर वहां पर भरत-मिलाप का दृश्य देखने को मिला। मान्यता है कि जिस-किसी को भगवान हनुमान का वेश धारण किए हुए व्यक्ति छू कर रंग लगाता है , सौभाग्य का प्रतीक होता है । इसके बाद हमेशा की तरह भगवान रघुनाथ का रथ अपने अस्थायी निवास स्थान पर पहुंचा। ढालपुर में रघुनाथ जी के अस्थायी शिविर के पास रथ पहुंचने के बाद वहां भी विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया गया। शांति पाठ के साथ संपन्न हुई पूजा अर्चना के बाद कुछ देर बाद यात्रा लौटी और भगवान रघुनाथ जी अपने मंदिर वापस लौट आए। भगवान रघुनाथ के छड़ीबदार महेश्वर सिंह का कहना है कि भगवान रघुनाथ के प्रमुख त्योहारों में एक बसंत का त्योहार भी है और भगवान रघुनाथ को गुलाल लगाने के बाद वैरागी समुदाय की 40 दिन का होली का पर्व भी यहां शुरू हो जाता है। गौरतलब है कि बसंत पंचमी का त्योहार जिला में हर वर्ष बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है जिसका मुख्य आकर्षण जिला के अधिष्ठाता भगवान रघुनाथ जी की रथयात्रा होती है। जिसके चलते श्रद्धालुओं का बहुत बड़ा सैलाब उमड़ता है ।

Most Popular