-कहा, नुक्कड सभा की हैसियत खो चुके सुधीर शिवधाम पर उठा रहे सवाल
-बेलारुस कंपनी के साथ 250 करोड़ का एमओयू साइन के बाद कहां हैं प्रोजेक्ट
-2019 के उपचुनाव से क्यों भागे पूर्व मंत्री
शिमला। प्रदेश भाजपा ने पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता सुधीर शर्मा से धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोपवे प्रोजेक्ट का हिसाब मांगा है। भाजपा के प्रदेश मीडिया सह प्रभारी करण नंदा ने शिमला में आयोजित एक पत्रकार वर्ता को संबोधित करते हुए सुधीर शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हो रहे उपचुनावों में भाजपा की जीत सुनिश्ति होते देख सुधीर शर्मा पूरी तरह से बौखलाहट में अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। उनका यह कहना कि मंडी शिवधाम के टेंडर में घोटाला हुआ, जो सरेआम जनता को गुमराह करने वाली बात है। करण नंदा ने कहा कि छोटी काशी मंडी की कांगणीधार में शिवधाम का कार्य प्रगगति पर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जयराम सरकार ने पूरी पारदर्शिता के साथ इस प्रोजेक्ट निर्माण का टेंडर किया गया। उन्होंने सुधीर शर्मा को अवगत करवाया कि 150 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट तय समय पर बनकर तैयार होगा। करण नंदा ने कहा कि आज वही सुधीर शर्मा मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैंए जिन्होंने वीरभद्र सरकार में धर्मशाला की जनता को मैक्लोडगंज तक रोपवे का सपना दिखाया था। भाजपा ने नेता ने कहा कि तत्कालीन वीरभद्र सरकार के समय बेलारुस कंपनी के साथ धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोपवे के लिए 250 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किया था। जो आज कहीं पर भी दिखाई नहीं दे रहा है। न तो अभी तक रोपवे का काम शुरु हुआ है और न ही कंपनी धर्मशाला आई। उन्होंने सुधीर शर्मा से पूछा कि आखिर 250 करोड़ का प्रोजेक्ट कहां चल रहा है। उन्होंने कहा कि सुधीर शर्मा ने 2017 के चुनावी साल में धर्मशाला की जनता को गुमराह किया, लेकिन सुधीर की करारी हार हुई थी। करण नंदा ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार में तब मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह समेत तमाम कांग्रेसी नेताओं और सरकार के अफसरों ने इस प्रोजेक्ट से किनारा कर लिया था। आज शिवधाम के पहले चरण की टेंडर प्रक्रिया पर उंगली उठाने वाले सुधीर शर्मा अपने कारनामों की सूची धर्मशाला की जनता के समक्ष पेश करें। यही वजह है कि पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा 2019 के उपचुनाव से भागे, यह इसलिए किया क्योंकि उन्होंने पहले ही हार मान ली थी। करण नंदा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और केंद्र की मोदी सरकार की लोकप्रियता को देख कांग्रेस नेता बौखला चुके हैं। अपने चुनाव क्षेत्र में नुक्कड सभा को संबोधित करने की हैसियत खो चुके हैं, वह मंडी में आकर शिवधाम पर सवाल उठा रहे हैं। करण नंदा ने कहा कि वीरभद्र सिंह के निधन के बाद अब कांग्रेस के हर नेता खुद को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बता रहे है। कांग्रेस के नेता जो सपना देख रहे हैं वह कभी साकार होने वाला नहीं हैं। चारों सीटों पर भाजपा की जीत तय है और अगले साल होने वाले चुनाव में भाजपा फिर से सत्ता पर कबिज होगी।