लापता बेटे की राह ताक रही माता-पिता की नम आंखें
10 दिन से लापता है बल्सन का शुभम, पिता ने बेटे के दोस्त पर जताया शक
पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट परिजनों ने जयराम सरकार से लगाई गुहार
शिमला : दस दिन पहले देहा बलसन के जंगलों से लापता हुए शुभम का कोई पता नही चल पाया है अपने इकलौते बेटे की तलाश में भटक रहे पिता जब शिमला में सरकार से मदद मांगने के लिए पहुंचे तो मीडिया के सामने आंसू छलक आए रूंधे गले से पिता ने बताया कि शुभम अपने साथी के साथ रैली की की फोटोग्राफी करने के लिए गया था पर 10 दिन होने को आए हैं आज तक उसका कोई उसका कोई सुराग नहीं ना वह लौटकर आया शुभम के साथी के बारे में बताया और पुलिस की जांच पर भी सवाल उठाए हैं और सीएम से मदद की गुहार लगाई।
पिता ने बताया कि 30 नवंबर की सुबह शुभम घर से निकला था. करीब 17-18 लड़कों के साथ कार रैली के लिए गया था. शुभम के दोस्त पुनीत ने उसे इस रैली की फोटोग्राफी के लिए बुलाया था. इस पूरे दल में शुभम केवल पुनीत को ही जानता था. इस मामले में पुलिस ने पुनीत को गिरफ्तार किया है और उससे पूछताछ चल रही है. पिता ने बताया कि शुभम की मां की हालत खराब है. दिनरात रोती है और खाना-पीने की भी होश नहीं है.पुलिस पूछताछ में जुब्बल तहसील शिरठी के शुभम के दोस्त पुनीत ने बयान दिया है कि वो 30 नवंबर को जिप्सी में जुब्बल से कोटखाई होते हुए धार बल्सन और देहा की तरफ गए थे।
उस दिन शुभम और पुनीत ने धारकालना के रहने वाले दिनेश के घर पर काफी शराब पी और स्नैक्स खाए. देर रात को दोनों शराब के नशे में अपने दूसरे साथियों को छोड़कर घने जंगलों के बीच वापस आ रहे थे. करीब 2 बजे शुभम ने पुनीत को बताया कि उसको उल्टी आ रही है तो पुनीत ने गाड़ी रोक दी. शुभम फोन छोड़कर गाड़ी से उतर गया. पुनीत नशे के कारण ड्राइविंग सीट पर ही सो गया.करीब 2 घंटे बाद जब उसकी आंख खुली तो पाया कि शुभम गाड़ी तक वापस नहीं पहुंचा. इसके बाद पुनीत ने जंगल में शुभम की काफी तलाश कीस लेकिन वो नहीं मिला।
10 दिन से लापता 23 वर्षीय शुभम का कुछ पता नहीं चला है. सैंकड़ों की संख्या में पुलिस की बटालियन और स्थानीय लोग भी तलाश में जुटे हुए हैं. मामला हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला का है.जानकारी के अनुसार, रोहड़ू के नाहल के रहने वाले शुभम की तलाश में सैकड़ों लोगों के अलावा, खोजी कुत्ते जुटे हैं. ड्रोन से भी पूरा क्षेत्र छाना जा रहा है, लेकिन अब तक शुभम का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है.30 नवंबर की रात को देहा थाना क्षेत्र के तहत धार के जंगल में शुभम रहस्मयी तरीके से लापता हो गया था।
पुनीत को लगा कि शुभम घर चला गया है तो वह भी वहीं से वापस आ गया. पुनीत ने शुभम के परिजनों को मोबाइल और कैमरा सौंपा और कहा कि जब वह घर आ जाएगा तो उसे दे देना, लेकिन शुभम घर नहीं पहुंचा.शुभम के पिता का कहना है कि उन्हें शक है कि पुनीत ने शुभम के साथ जरूर कुछ न कुछ गलत किया है. ऐसा लग रहा है कि पुलिस भी किसी दबाव में काम कर रही है. उन्होंने कहा कि जांच जिम्मा किसी दूसरे अधिकारी को सौंपा जाना चाहिए. सही तरीके से पूछताछ और छानबीन नहीं की जा रही. रोज एक ही प्वाइंट पर जाकर पुलिस की जांच रुक जाती है।
एसपी ओमापति जम्वाल ने कहा कि पुनीत के बयान की सच्चाई जानने के लिए अदालत से उसका पॉलीग्राफ टेस्ट करने के लिए अर्जी दी गई है. एसपी ने कहा कि शुभम का पता लगाने के लिए कोशिशें जारी हैं. करीब 40 पुलिसकर्मियों के अलावा, स्थानीय लोगों और अग्निश्मन विभाग के कर्मचारियों की भी मदद ली जा रही है. स्थानीय पंचायतों के प्रधानों से बैठक भी की गई है और पंचायत स्तर पर छोटी-छोटी टीमें गठित कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।